पहली अर्घ्य देने को लेकर कोशुक छठ घाट पर उमड़ी छठव्रतियों की भीड़, छठ व्रतियों ने डूबते हुए सूर्य को दिया अर्घ्य, घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम

DNB BHARAT DESK

 

डीएनबी भारत डेस्क

बिहार, यूपी और झारखंड में छठ महापर्व धूमधाम से मनाया जाता है। चार दिनों तक चलने वाले छठ व्रत की शुरुआत मंगलवार से नहाय खाय के साथ हो गई है।आज छठ का तीसरे दिन छठ व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया गया। गुरुवार को पहले अर्घ्य देने को लेकर नालंदा जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के छठ घाट पर छठ व्रतियों की खासा भीड़ देखी गई।

पहली अर्घ्य देने को लेकर कोशुक छठ घाट पर उमड़ी छठव्रतियों की भीड़, छठ व्रतियों ने डूबते हुए सूर्य को दिया अर्घ्य, घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम 2छठव्रतियों ने इस दौरान डूबते हुए सूरज को आज देकर अपने परिवार की सुख शांति की भगवान भास्कर से कामना की। छठ पूजा को देखते हुए प्रशासन के द्वारा छठ घाटों पर एनआरएफ की टीम की भी तैनाती की थी। जगह-जगह सुरक्षा कर्मियों की भी तनाव की गई थी किसी प्रकार की जाम की समस्या ना हो इसको लेकर ट्रैफिक व्यवस्था सुदृढ़ की गई थी।

पहली अर्घ्य देने को लेकर कोशुक छठ घाट पर उमड़ी छठव्रतियों की भीड़, छठ व्रतियों ने डूबते हुए सूर्य को दिया अर्घ्य, घाटों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम 3छठ व्रती खरना के बाद 36 घंटे का निर्जला उपवास रखते हैं और तीसरे दिन शाम को डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए जल स्रोतों जैसे पोखर, तालाब, नदी या फिर वैकल्पिक इंतजाम करके पानी में डूबते सूर्य की ओर मुंह करके खड़े हो जाते हैं। जब तक सूर्य डूब नहीं जाता श्रद्धालु उपासना में लीन रहते है सूर्य के डूबने के बाद लोग घरों की ओर वापस आते हैं फिर चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देकर सूर्योपासना का महापर्व छठ का समापन हो जाता है।

डीएनबी भारत डेस्क

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