आयुष्मान कार्ड से इलाज के नाम पर फर्जी तरीके से चला रहे प्राइवेट क्लीनिक के द्वारा रुपया निकालने की आशंका जताई जा रही है।
डीएनबी भारत डेस्क
अगर आप आयुष्मान कार्डधारी है और कहीं अपना इलाज करवाने की सोच रहे हैं तो थोड़ा सावधान रहने की जरूरत है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि नालंदा जिले में आयुष्मान कार्ड से इलाज के नाम पर फर्जी तरीके से चला रहे प्राइवेट क्लीनिक के द्वारा रुपया निकालने की आशंका जताई जा रही है। दरअसल नूरसराय के बालचंद बीघा गांव में पिछले दिनों एक निजी क्लीनिक के द्वारा आंखों के ऑपरेशन के लिए शिविर लगाया था।
जिसमें इसी गांव के रहने वाले सुखदेव चौहान ने अपने आंखों के इलाज के लिए शिविर जाकर जानकारी ली। शिविर में आए हुए चिकित्सको के द्वारा सुखदेव चौहान की आंखों का आपरेशन में मुफ्त में करने की बात कही। सुखदेव चौहान अपना आधार कार्ड और आयुष्मान कार्ड लेकर हिल्सा स्थित निजी क्लीनिक गए। जहां सुखदेव चौहान का इलाज के क्रम में मौत हो गई।
इस घटना के बाद परिजनों ने बताया कि सुखदेव चौहान को आयुष्मान कार्ड मिला था ऑपरेशन के नाम पर आयुष्मान कार्ड से रुपया निकासी की मंशा से उसके पिता को चिकित्सक अपने साथ हिल्सा ले गए। जहां चिकित्सकों की लापरवाही से सुखदेव चौहान की जान चली गई। सुखदेव चौहान का आधार कार्ड और आयुष्मान कार्ड भी चिकित्सको ने अपने पास रख लिया। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। इस घटना के बाद क्लीनिक बंद कर चिकित्सक फरार बताए जा रहे है।
ऋषिकेश संवाददाता नालंदा