बलिया थाना क्षेत्र के भगतपुर चौर के समीप की है
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय में लगातार मानवता शर्मशार कर देने वाली घटना सामने आ रही है जहां जिला के विभिन्न हिस्सों में नवजात बच्चों का शव जैसे तैसे मां बाप या निजी क्लीनिक के द्वारा फेका हुआ पाया जा रहा है। खास बात यह है की इसमें अधिकतर बच्ची ही है।
ताजा मामला बलिया थाना क्षेत्र के भगतपुर चौर के समीप की है जहां एक बार फिर से एक नवजात बच्चे का सब पुलिस ने बरामद किया है। इस मामले में या माना जा रहा है कि लोग बच्ची को जिंदा ही फेक कर यहां से चले गए बाद में बच्चों की मौत हो गई। वहीं कुछ लोगों के द्वारा या मानना है कि मिलने वाले बच्चे मां बाप के नाजायज औलाद है।
तो कुछ लोग यह मान रहे है की बलिया इलाके में संचालित अवैध क्लिनिको के द्वारा जन्म से पूर्व ही लडका या लड़की का पता लगा लेते हैं। उसके बाद पैसे के बल पर बच्ची की गर्भ में ही हत्या कर फेक दिया जाता है। वही कुछ स्थानीय लोग बताते है की इस इलाके में अक्सर नवजात बच्चे को फेकने का मामला सामने आ रहा है। बताते चलें की बेगूसराय के पवार हाऊस में कल भी एक ऐसा मामला सामने आया था जहां एक बच्ची को सरे आम सड़क पर फेक दिया गया था।
जिसके बाद यह दूसरी घटना एक दिन बाद ही बलिया में सामने आई है। स्थानीय लोग बताते है की बलिया के इस इलाके में अक्सर बच्चे को फेक दिया जाता है जिसके लिए स्वास्थ विभाग के अधिकारियो की लापरवाही है। क्युकी इलाके में दर्जनों फर्जी क्लीनिक संचालित है जो गर्भ में ही लडकी को मार कर अवैध कमाई कर रहे है।
यह पूरा काम स्वास्थ विभाग के स्थानीय और जिला के अधिकारियो की मिली भगत से हो रहा है। इस घटना के सामने आने के बाद दर्जनों की संख्या में लोग मौके पर पहुंच कर घटना की निंदा करते हुऐ देखे गए। बाद में सूचना के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंच कर मामले की जांच में जुटी रही। लोगो का आरोप है की बिहार के मुखमंत्री जो बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का नारा देते है पर उनके कार्यकाल में खुले आम बेटी की हत्या हो रही है।
इस पूरे मामले में लोग जिला के सिविल सर्जन और स्थानीय चिकित्सा पदाधिकारी पर सवाल खड़ा कर रहे है। कुल मिलाकर यह कहा जा सकता है की लागातार इलाके में हो रही इस तरह की घटना पर प्रशासन को ध्यान देना होगा और इस तरह के जघन्य अपराध पर अंकुश लगाने के लिए कारवाई करनी होगी ताकि इस तरह की घटना की दोहराई न जा सके।
डीएनबी भारत डेस्क