स्टेशन का दर्जा और श्रमजीवी एवं राजगीर इंटरसिटी एक्सप्रेस ट्रेन के ठहराव के मांग को लेकर ग्रामीणों किया शांतिपूर्ण धरना प्रदर्शन

नालंदा जिला के रहुई प्रखण्ड में रहुई स्टेशन की मांग एवं ट्रेनों का ठहराव की मांग को लेकर किया गया विरोध प्रदर्शन।

नालंदा जिला के रहुई प्रखण्ड में रहुई स्टेशन की मांग एवं ट्रेनों का ठहराव की मांग को लेकर किया गया विरोध प्रदर्शन।

डीएनबी भारत डेस्क 

जब तक केंद्र में नीतीश कुमार रेलमंत्री रहे तब तक रहुई प्रखण्ड के रहुई रोड को कभी स्टेशन का दर्जा प्राप्त था लेकिन जैसे ही केंद्र से नीतीश कुमार रेलमंत्री नीतीश ने रेलमंत्री से पद छोड़ा। उसके बाद केंद्र की सरकार ने नालन्दा जिले के रेलवे से अनदेखी करने शुरू कर दिया। जिसका प्रत्यक्ष उदाहरण रहुई रोड है।

इसी रहुई रोड की पुरानी ख्याति की पुनर्जीवित करने को लेकर रहुई प्रखण्ड के सैकड़ो ग्रामीणों ने चिलचिलाती धूप में पटरी के किनारे शांतिपूर्ण धरना दिया। ग्रामीणों ने रहुई रोड को रहुई स्टेशन का दर्जा देनें की मांग और श्रमजीवी एक्सप्रेस और इंटरसिटी एक्सप्रेस का रहुई रोड पर ठहराव को लेकर शांतिपूर्ण धरना दिया।

इस शांतिपूर्ण धरने में मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत कर रहे नालंदा सांसद कौशलेंद्र कुमार ने भी ग्रामीणों की बात को रेल मंत्रालय तक पहुंचाने का बात कही और इस समस्या को जल्द ही निदान करने का भी भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि जब नीतीश कुमार केंद्र की सरकार में रेल मंत्री हुआ करते थे तब यह रहुई रोड स्टेशन कहलाता था जैसे ही केंद्र में मोदी सरकार आई वैसे ही रहुई रोड के साथ अनदेखी करते हुए इससे स्टेशन का दर्जा छीन लिया गया।

शांतिपूर्ण धरना के दौरान डीआरएम की स्पेशल ट्रेन को भी ग्रामीणों ने रोकना चाहा लेकिन ट्रेन की गति अधिक होने के कारण ग्रामीणों ट्रेन को नहीं रोक पाए।

नालंदा संवाददाता ऋषिकेश 

Begusarai