डीएनबी भारत डेस्क
खोदावंदपुर – कृषि विज्ञान केंद्र बेगुसराय द्वारा मशीनों के रखरखाव एवं उपयोग विषय पर एक दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम मे 23 किसानों ने भाग लिया। कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ राम पाल द्वारा 3 नोजल बूम स्प्रेयर की खेती में आवश्यकता पर जानकारी दी गई उनके द्वारा बताया गया कि सिंगल नोज़ल से दवाओं का छिड़काव छिड़काव बराबर से नहीं हो पता है।
जिसमें समय भी बहुत ज़्यादा लगता है। और खेत मे भी सही तरीके से स्प्रे नही हो पाता है। धान की सीधी बुवाई के लिए 3 बूम नोजल स्प्रेयर वरदान साबित हो रहा है। इससे खरपतवार का प्रभावी नियंत्रण संभव है। डॉ सुषमा टम्टा द्वारा 3 नोज़ल बूम स्प्रेयर के मरम्मत एवं रखरखाव पर सम्पूर्ण जानकारी दी और बताया गया कि स्प्रेयर मे प्रयोग होने वाले कट नोज़ल का प्रयोग घास की दवाई डालते समय करना चाहिए और हॉलो नोजल का प्रयोग कीटनाशक या रोग नाशक दवाइयां का स्प्रे करने के लिए करना चाहिए।
बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट