मालिकाना जमीन पर बसे दलित बंधुआ मजदूर की जी रहे जिंदगी- माले। सरकारी जमीन पर बसे तमाम भूमिहीनों को पर्चा मिले- सुरेन्द्र
डीएनबी भारत डेस्क
सिलिंग से फाजिल, विनोबा भावे, सरकारी जमीन पर बसे भूमिहीनों को आज भी बंधुआ मजदूर की जिंदगी जीना पड़ता है। 3 सौ रुपये मजदूरी के जगह कब्जेदार 150 रूपये में उनसे काम कराते हैं। विरोध करने पर घर उजाड़ देने की धमकी देते हैं। सरकार तमाम भूमिहीनों को चिंहित कर वास भूमि एवं बसे को पर्चा, दलित बस्ती में पहुंच पथ समेत अन्य सरकारी सुविधा देने की मांग को लेकर सीओ को आवेदन देने, प्रतिनिधिमण्डल मिलने से लेकर भाकपा माले चरणबद्ध आंदोलन चलायेगी।
उक्त बातें सोमवार को भाकपा माले प्रखण्ड सचिव सुरेंद्र प्रसाद सिंह ने प्रखण्ड के रजबा मुशहरी वार्ड-4 के शाखा की बैठक को संबोधित करते हुए कही। बैठक की अध्यक्षता शाखा सचिव सुखलाल सदा ने की। बतहू सदा, बाबूलाल सदा, लीला सदा, सोने लाल सदा, जतन सदा, रामसेवक पासवान आदि उपस्थित थे। बैठक से प्रस्ताव पारित कर भूमिहीनों को वास भूमि, सरकारी जमीन पर बसे को पर्चा, पर्चाधारी को कब्जा दिलाने एवं पहुंच से वंचित दलित बस्ती में पहुंच पथ दिलाने को लेकर अनवरत संघर्ष चलाने की घोषणा की गई।
समस्तीपुर से अनिल चौधरी