बेगूसराय समाहरणालय में बस्ती उजारने के विरोध में माले कार्यकर्ता समेत सैकड़ों महादलित समाज के लोगो का सरकार के खिलाफ अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू

 

डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय समाहरणालय के मुख्य द्वार के नजदीक अपनी मांगों को लेकर माकपा माले के कार्यकर्ता एवं सैकड़ो की संख्या में महादलित समाज के लोग अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं। दरअसल लोगों का आरोप है बरौनी प्रखंड के पिपरा देवस में बीते 14 अगस्त को प्रशासन के द्वारा जबरन महादलित बस्ती को उजार दिया गया।

माले के कार्यकर्ताओं ने कहा कि उक्त स्थल पर प्रशासन के द्वारा ही पूर्व में महादलित परिवारों को बसगीत का पर्चा भी दिया गया है एवं इंदिरा आवास योजना के तहत मकान भी उपलब्ध कराया गया था। लेकिन सामंती विचारधारा के लोगों के प्रभाव में आकर जिला प्रशासन के द्वारा सरकार के द्वारा दी गई भवन को भी तोड़ दिया गया एवं महादलित बस्ती को उजार दिया गया।

आज आलम यह है कि दर्जनों महादलित परिवार अपने घर के महिलाओं एवं बच्चों के साथ दर-दर की ठोकर खाने को मजबूर है और भीख मांग कर अपना जीवन यापन कर रहे हैं । ना तो उनके पास आधार कार्ड है और अन्य किसी प्रकार के कोई कागजात हैं और ना ही रहने के लिए भवन है ।

पूर्व में भी जिला प्रशासन से इस संबंध में आंदोलन के जरिए मांग की गई थी लेकिन जिला प्रशासन एवं बिहार सरकार ने इन महादलित लोगों के विस्थापन की दिशा में कोई कदम नहीं उठाया अतः आज से माकपा माले के कार्यकर्ता एवं महादलित परिवार के लोग अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए हैं । इन लोगों की मांग है कि जल्द ही उजारी गई बस्ती को पुनर्वासित किया जाए तथा सामंती विचारधारा के लोगों पर एससीएसटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उन पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।

गौरतलाब है कि जिले में साहेबपुर कमाल प्रखंड सहित कई इलाकों में अब तक सरकार के द्वारा दर्जनों महादलित परिवारों को उजार दिया गया, लेकिन उनके विस्थापन के संबंध में कोई विचार नहीं किया गया। अतः माकपा माले सरकार एवं जिला प्रशासन से मांग करती है कि जल्दी इनके रहने की व्यवस्था की जाए अन्यथा आंदोलन को और तेज किया जाएगा।

बेगूसराय संवादाता सुमित कुमार बबलु की रिपोर्ट