श्रद्धालुओं की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर प्रशासनिक व्यवस्था दिखी चुस्त दुरूस्त
डीएनबी भारत डेस्क
खागड़िया माघी पूर्णिमा के शुभ अवसर पर उत्तरवाहिनी अगुवानी गंगा नदी घाट के तट पर शनिवार को दूर – दूर से आए हुए लाखों श्रद्धालुओं ने गंगा में पवित्र स्नान किया। गंगा स्नान को लेकर शुक्रवार शाम से ही श्रद्धालुओं का जत्था गंगा घाट पर पहुंचने प्रारंभ हो गए थे और यह सिलसिला शनिवार की दोपहर तक चलता रहा। वहीं भीड़ के कारण दिनभर अगुवानी – नारायणपुर जीएन बांध एवं अगवानी महेशखुंट मार्ग पर जाम की स्थिति बनी रही।
आवागमन के दौरान श्रद्धालुओं की संख्याएं अधिक और वाहन कम होने के कारण वाहन चालकों द्वारा श्रद्धालुओं से निर्धारित किराए से कहीं ज्यादा किराया वसुली करते रहें। वहीं माघी पूर्णिमा मेला को लेकर प्रशासन के द्वारा अगुवानी बस स्टैंड से लेकर गंगा घाट तक सुरक्षा की व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त देखा गया। वही कदम कदम पर दंडाधिकारी के नेतृत्व में पुलिस बलों की तैनाती दिखी। साथ ही साथ प्रशासनिक अधिकारियों जैसे बीडीओ अखिलेश कुमार, सीओ विनिता कुमारी, राजस्व अधिकारी चंदन कुमार, थानाध्यक्ष अरविंद कुमार, एस आई नीशा कुमारी आदि विभिन्न पुलिस दल बल अपनी तरफ से मेला व्यवस्था पर कड़ी नजर बनाए दिखें।
इसके अलावा गंगा घाट पर एस.डी.आर.एफ की टीम की तैनाती के साथ ही साथ सुरक्षा के मद्देनजर अगुवानी बस स्टैंड पर सीसीटीवी कैमरा लगाया गया था । जबकि महिला श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए गंगा घाट पर कपड़े बदलने हेतु चेंजिंग रूम तथा सहायता केंद्र भी बनाया गया था। वहीं प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा बताया जाता कि इस वर्ष करीबन तीन लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने अगुवानी गंगा घाट पर स्नान कर अपनी प्रशन्नता जाहिर किया।गंगा स्नान के बाद अधिकांश श्रद्धालुओं ने परंपरा के अनुसार घाट पर ही दही -चुरा का भी बढ़ चढ़कर आनंद लिया ।
जिसको लेकर धार्मिक पारंपरिक तरीके से तैयारी के साथ आए हुए तमाम श्रद्धालुओं ने गंगा घाट पर जमकर फोटोबाजी भी किया। वही अगुवानी गंगा घाट पर लगे मेले में आए लोगों ने चार्ट, पकौड़े, जलेबी, भुंजा,समौसा आदि खाद्य समानों का जमकर खरीदारी कर मेला का भरपूर आनंद उठाया। साथ ही श्रद्धालुओं के द्वारा मेला में अधिकांशतः बच्चों के खिलौने और मनिहारी के सामानों की खरीददारी की गई। दूसरी तरफ अखाड़ा में जुटे पहलवानों के प्रदर्शन पर भी लोगों की निगाहें डटी रही।वहीं मेला में दर्जनों लोगों ने अपने बच्चों का मुंडन संस्कार भी कराया।
साथ ही साथ लोगों ने अपने अपने तरीके से पूजा-अर्चना भी किया कुछ श्रद्धालुओं ने गंगा में छागर भी चढ़ाया। उधर घाट पर दिनभर अखंड रामध्वनी की गुंज से वातावरण भक्तिमय बनी रही और गंगा नदी किनारे की मिट्टी और गंगा जल को भी अपने साथ लेकर जाते दिखे। जिसको लेकर श्रद्धालुओं ने बताया कि गंगाजल का विशेष पवित्र माना जाता है, जिसका उपयोग पूजा में किया जाता है।
खगड़िया संवाददाता राजीव कुमार की रिपोर्ट