डीएनबी भारत डेस्क
कहने को तो बिहार में शराबबंदी है और यहां न तो कोई शराब बेच सकता है और न ही शराब का उपभोग कर सकता है लेकिन सच्चाई बिलकुल इसके उलट है। इतना ही नहीं इस शराबबंदी वाले बिहार में अब शराब तस्करों के हौसले इतने बुलंद है कि आम तो क्या अब खास लोग भी शराब तस्करों के निशाने पर हैं। पुलिस का भय तस्करों के मन से बिल्कुल ही खत्म हो चुका है। बीती रात शराब की सूचना पर छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर शराब तस्करों ने जोरदार हमला किया है जिससे कि एक एसआई की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। वहीं एक होमगार्ड का जवान घायल है जिसका इलाज सदर अस्पताल बेगूसराय में चल रहा है।
पूरा मामला नावकोठी थाना क्षेत्र के छतौना पुल की है। शहीद दारोगा की पहचान नावकोठी थाना में पदस्थापित खमास चौधरी के रूप में की गई है वहीं घायल सिपाही की पहचान होमगार्ड जवान बालेश्वर यादव के रूप में की गई है। मिली जानकारी के अनुसार बीती रात नावकोठी पुलिस को सूचना मिली थी कि एक अल्टो कार से शराब की बड़ी खेप मंगाई जा रही है। इसी सूचना पर खामास चौधरी दलबल के साथ छतौना पुल के नजदीक खड़े थे और जैसे ही अल्टो कार पहुंची उन्होंने कार को रोकने का प्रयास किया। लेकिन कार चालक ने पुलिस को देखकर कार की स्पीड बढ़ा दी और सड़क पर खड़े समास चौधरी सहित एक होमगार्ड के जवान को रौंदते हुए फरार हो गई है। अन्य पुलिस के जवानों ने अगल-बगल भाग कर किसी तरह अपनी जान बचाई।
बाद में पुलिस ने छापेमारी कर अल्टो कार के मालिक को हिरासत में दिया है एवं पूछताछ कर रही है। हालाँकि कर अभी भी बरामद नहीं की जा सकी है। ऐसे में कहा जा सकता है कि शराब तस्करों के हौसले बिल्कुल बुलंद है और वह किसी को भी बख्शने के लिए तैयार नहीं है और लगातार पुलिस वाले हमले का शिकार हो रहे हैं। बिहार में लागू शराब बंदी अब आम लोगों के साथ-साथ पुलिस के लिए भी नासूर बनती जा रही है।