डीएनबी भारत डेस्क
बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा में पेपर लीक के आरोपियों ने इओयू की पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है। गिरोह के सरगना ने बताया कि पहले वे नीट-यूजी और अन्य मेडिकल प्रवेश परीक्षा में पेपर लीक करते थे फिर बाद में यूपी और दिल्ली की प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक की और फिर बीपीएससी में। पूछताछ में पता चला कि गैंग का तार उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल, ओड़िसा बिहार समेत अन्य कई राज्यों से जुड़े हुए हैं।
बता दें कि पिछले महीने आयोजित बीपीएससी शिक्षक परीक्षा का पेपर लीक की सूचना पर इओयू ने हजारीबाग के होटल से सैकड़ों प्रतियोगियों को पकड़ा था जिसके बाद परीक्षा रद्द कर दी गई थी। जांच के बाद इओयू की टीम ने उज्जैन से एक समेत पांच लोगों को पेपर लीक के आरोप में गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार आरोपियों की कोर्ट में पेशी के बाद रिमांड पर लिया गया।
रिमांड पर पुलिस से पूछताछ में गिरफ्तार आरोपियों ने बताया कि गिरफ्तार महिला जो कि कंकड़बाग की रहने वाली है के पास एमबीबीएस की डिग्री है और वह उज्जैन में प्रैक्टिस करती है। वही अपने अन्य सहयोगियों के साथ मिलकर पेपर लीक करवाती है। गिरफ्तार महिला ने बताया कि वह पहले मेडिकल प्रवेश परीक्षाओं के पेपर लीक करवाती थी और फिर यूपी और दिल्ली के प्रतियोगी परीक्षाओं में पेपर लीक करवाती थी। उसने बताया कि वह अन्य चारों आरोपियों को छिपने के लिए अपने यहां बुलाया था।
गिरफ्तार सभी आरोपियों की पहचान सौम्या कुमारी, प्रदीप कुमार, बल्ली उर्फ़ संदीप कुमार, शिवम कुमार उर्फ़ डॉ शिवम, तेजप्रकाश के रूप में की गई। पूछताछ के दौरान पता चला कि डॉ शिवम 2017 में नीट-यूजी परीक्षा पत्र लीक कांड में भी अभियुक्त था। इसके साथ ही इस वर्ष उत्तर प्रदेश सिपाही भर्ती परीक्षा का भी तार इस गैंग से जुड़ा हो सकता है।