डीएनबी भारत डेस्क
सरकारी आदेश के बावजूद तेघड़ा बीआरसी भवन में सोमवार को भी बच्चों को किताबें नहीं मिली। ऐसी स्थिति में बच्चे जैसे तैसे किसी से किताबें मांगकर ही पढने को विवश हैं। बीआरसी में सोमवार को मात्र वर्ग तीन व चार के छात्रों को ही पुस्तकें दी गई जबकि सरकारी आदेश के अनुसार सभी वर्गों के बच्चे को किताबों का पूरा सेट दिया जाना है।
बच्चों ने बताया कि पुरानी किताबें फटी हुई तथा गंदी मिलती हैं। इससे पढने में कठिनाई होती है। पांचवी कक्षा में पढने वाले छात्र राहुल कुमार, मोनिका कुमारी, संगीता कुमारी, रुखसाना, जीनत परवीन आदि छात्रों ने बताया कि वे लोग किताबें आने का इंतजार कर रहे थे लेकिन अब किताबें खरीदने के लिए उन्हें अपने अभिभावकों को कहना पड़ेगा।
प्रसिद्ध शिक्षाविद् सच्चिदानंद सिंह ने कहा कि समय पर बच्चों को पुस्तकें उपलब्ध नहीं करवाना सरकारी तंत्र की घोर लापरवाही है। एआईएसफ मो0 हसमत एवं राष्ट्रीय युवा मंच के सचिव किशन भारद्वाज ने कहा कि अधिकारियों द्वारा बच्चों को यदि जल्द किताबें उपलब्ध नही करायी जायेगी तो छात्र नौजवान संगठन बीआरसी भवन पर आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन करेगा।
इधर बीआरसी भवन में मौजूद कर्मियों ने बताया कि जल्द ही बचे हुए छात्रों को किताबें उपलब्ध कराने का प्रयास किया जायेगा।
बेगूसराय तेघरा संवादाता शशि भुषण भारद्वाज की रिपोर्ट