बक्सर में किसानों पर बर्बर लाठीचार्ज के विरोध में मोदी और नीतीश का किया गया पुतला दहन

 

संयुक्त किसान मोर्चा,बिहार के आह्वान पर गुरूवार को तेघड़ा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया।

डीएनबी भारत डेस्क

बक्सर जिला के चौसा प्रखंड अंतर्गत बनारपुर,मोहनपुरवां और कोच्चाढी में किसानो के ऊपर बक्सर जिला प्रशासन द्वारा किये गये बर्बर लाठी चार्ज,तोड़फोड़ एवं लूटपाट की घटना के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा,बिहार के आह्वान पर गुरूवार को तेघड़ा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन किया गया।

इस अवसर पर किसानों को संबोधित करते हुए बिहार राज्य किसान सभा के महासचिव अशोक प्रसाद सिंह ने कहा कि चौसा थर्मल पावर प्लांट के लिये किसानों से अधिग्रहित की गई जमीन का वाजिब मुआवजा आज तक किसानों को नहीं मिला। विगत कई महीनों से किसान अनवरत अपनी 11 सूत्री मांगों को लेकर धरना दे रहे हैं।

बार-बार कंपनी और जिला प्रशासन द्वारा आश्वासन दिया गया,कंपनी द्वारा लिखित समझौता भी हुआ परन्तु आज तक उसे पूरा नहीं किया गया। जिला प्रशासन एक षडयंत्र के तहत चुनाव आचार संहिता लगने और होली में न्यायालय बंद रहने का अवसर चुनकर आतंकवादियों और अपराधकर्मियों की तरह किसान आंदोलन को कुचलने का षड्यंत्र रचा और 20 मार्च 2024 को उचित अवसर देख उसे अन्जाम देने की गुप्त साजिश रची।

पहले आंदोलनकारी किसानों को भद्दी-भद्दी गाली देकर उकसाया गया और फिर लगभग 500 एसटीएफ के जवानों को लेकर जिला के डीएम, एसपी, एसडीओ और डीआईजी के नेतृत्व में बनारपुर,मोहनपुरवां और कोच्चाढी गांव के निर्दोष किसानों के घरों पर आतंकवादियों की तरह हमला किया गया। क्या पुरूष,क्या महिला, क्या बूढ़े और क्या बच्चा किसी को भी नही बख्शा गया।इन्हें बेरहमी के साथ लाठी से रौंदा गया। घरों में घुसकर घरों के सभी साजों-सामानों को तोड़ दिया।

बेशकीमती सामानों को खासकर गहना आदि लूट लिया गया। आजाद भारत में जिला प्रशासन के नेतृत्व में इस तरह की बीभत्स कार्रवाई की शायद यह पहली घटना है। बिहार राज्य किसान सभा इसकी सख्त निंदा करते हुये डबल इंजन की सरकार का होलिका दहन करने का फैसला लिया है। इस अवसर पर किसान सभा के कार्यकारी जिला सचिव दिनेश सिंह, पूर्व मुखिया अशोक सिंह,परमानन्द सिंह,एटक नेता रविंद्र सिंह,कंचन सिंह,नौजवान नेता प्रदीप कुमार चिंटू ने भी अपना विचार व्यक्त किया।

बेगूसराय तेघरा संवाददाता शशिभूषण भारद्वाज की रिपोर्ट