खोदावंदपुर में अपराधी मस्त पुलिस पस्त, बेदुलिया गोलीकांड में चार दिन बाद भी पुलिस का हाथ खाली, नहीं मिला कोई सुराग

 

डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय जिले के खोदावंदपुर थाना क्षेत्र में हाल के दिनों में अपराधिक गतिविधियां बढ़ गयी है। अपराधी खुलेआम हथियार का प्रदर्शन करते हुए घूम रहे हैं। लेकिन पुलिस इसको रोकने में सफल नही हो पा रही है। लोग भयभीत हैं।
पहला घटना
ताजा मामला मेघौल पंचायत के बेदुलिया गांव से है । जहां सरस्वती प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक अपराधी युवक द्वारा हर्ष फायरिंग में गांव के ही मणिभूषण महतो के पुत्र धीरज कुमार गोली लगने से जख्मी हो गया। घटना के चार दिन बाद भी अपराधी के पहचान होने के बावजूद पुलिस न तो उस अपराधी को गिरफ्तार कर सकी है और न ही घटना में प्रयुक्त हथियार ही बरामद कर पाई है । अलबत्ता पुलिस और पीड़ित पक्ष के बीच साह और मात का खेल जारी है। घटना के तीन दिन बीतने को है लेकिन पीड़ित पक्ष द्वारा प्राथिमिकी दर्ज नही किया गया है।

पुलिस भी आवेदन मिलने पर प्राथिमिकी करने की बात कहकर पल्लू झाड़ ले रही है। जबकि कानून विदों का मानना है। इस तरह के आपराधिक वारदात में पीड़ित पक्ष मुकदमा नही करता है तो पुलिस को खुद के बयान पर मामला दर्ज करना होता है। यहां यह भी चर्चा आवश्यक है कि सरस्वती पूजा के लिए अनुज्ञप्ति दिया जाता है और विसर्जन के दौरान मजिस्ट्रेट और पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति रहती है। विसर्जन के दौरान अगर पुलिस और मजिस्ट्रेट होता तो न ही विसर्जन जुलूस में डीजे बजता न ही गोली चलती। और गोली चलती ही नही तो ये घटना ही नही होता।
दुसरा घटना
पिछले दिनों बरियारपुर पश्चमी गांव में प्रह्लाद उर्फ प्रिंस नामक युवक की हत्या सघन पौष इलाके में गोली मारकर हत्या कर दिया गया। इस हत्या के बावत क्षेत्र में चर्चा है कि यह हत्या भी शराब के अवैध कारोबार से जुड़ा हुआ है। इस मामले मृतक के पिता ने बरियारपुर पूर्वी निवासी राजेन्द्र महतो के पुत्र गुड्डू कुमार एवं अन्य अज्ञात के विरुद्ध नामजद प्राथिमिकी दर्ज कराया था। गुड्डू को पुलिस गिरफ्तार नही कर सकी। बल्कि उसने खुद ही न्यालय में आत्मसमर्पण किया है। प्रह्लाद हत्या में गुड्डू के अलावे और कौन कौन अपराधी सामिल थे उसे गिरफ्तार अबतक पुलिस ने नही किया है और न ही किस हथियार से हत्या किया गया उसे भी बरामद किया है।
तीसरा घटना
कुछ माह पूर्व बेदुलिया गांव में ही शराब कारोबार से जुड़े अपराधी युवक सुरेंद्र महतो के पुत्र मुकेश कुमार द्वारा छेड़खानी का विरोध करने पर अमरजीत महतो की पत्नी लक्ष्मी देवी को गोली मार दिया था। जिससे वह जख्मी हो गयी थी। पुलिस आजतक उस अपराधी को गिरफ्तार न कर सकी है। जबकि अपराधी गांव में ही बेखौफ घूम रहा है। अलबत्ता अपराधी को भागने के बजाय पीड़ित महिला ही अपराधी की खौफ से गांव से भागी हुई है।
चौथा घटना
एक सप्ताह पूर्व मेघौल पंचायत के बथनाहा बहियार में एक सप्ताह पूर्व शराब के दो अवैध कारोबारी ग्रुपो के बीच शराब लूट को लेकर गोलीबारी कि घटना हुई। यह सुखद बात है कि इसमें कोई हताहत नही हुआ। लेकिन दुखद पहलू यह भी है कि पुलिस इस घटना से अनजान रही। हालात यही रहा तो बेगूसराय जिला का सबसे शांत थाना क्षेत्र खोदावंदपुर अपराधी और शराब माफियाओ के गिरफ्त में होगा।

जिला के अमन पसंद लोगो ने नए पुलिस कप्तान मनीष से खोदावंदपुर थाना क्षेत्र पर विशेष ध्यान देने, शराब और बालू के अवैध कारोबार एवं बढ़ रहे आपराधिक वारदात व अपराधियो पर रोक लगाने के लिए ठोस पहल करने का मांग किया है। ताकि अमन पसंद प्रखंड की जनता निर्भय जीवन जी सके।

बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट