उक्त कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों की गतिविधियों ध्यान दें अभिवाक और बच्चों को विद्यालय आने के लिए करें प्रेरित।
डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिला के तेघड़ा प्रखंड क्षेत्र के सभी 67 प्रारंभिक विद्यालयों मेंं शनिवार को उत्सवी माहौल में अभिभावक-शिक्षक संगोष्ठी आयोजित की गई। जिसमेंं विद्यालय आने वाले वर्ग प्रथम से तृतीय तक के बच्चों के अभिभावकों से उनके बच्चे की पढ़ाई-लिखाई पर चर्चा की गई। इस अवसर पर उत्क्रमित मध्य विद्यालय दौलतपुर नवटोलिया मेंं आयोजित संगोष्ठी की अध्यक्षता दौलतपुर पंचायत के वार्ड नंबर 07 सदस्या अहिल्या देवी ने किया।
इस अवसर पर एचएम मो अब्दुल्लाह ने कहा कि सरकारी विद्यालयों के शैक्षणिक माहौल में सुधार के लिए यह कार्यक्रम मील का पत्थर साबित हो रहा है। सभी शिक्षक अभिभावकों के अपेक्षानुरूप शैक्षणिक कार्य में अपने दायित्वों का निर्वहन करने का निरंतर सफल प्रयास कर रहे हैं। सरकारी विद्यालयों में ऐसे दृश्य कम ही देखने को मिलते हैं। जहां बच्चों के सीखने-सिखाने की गतिविधियों का अवलोकन उनके अभिभावक द्वारा किया जाय।
आमतौर पर अभिभावक यह पूछने आते थे कि बच्चों की छात्रवृति, पोशाक, किताब आदि की राशि खाते में गयी है या नहीं? लेकिन आज की बैठक में अभिभावक विद्यालय में बच्चे किस माहौल में क्या पढ़ और सीख रहे हैं? सिखाने का तरीका क्या है? सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में क्या बदलाव लाया गया है? “बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए कौन-कौन से कदम उठाए जा रहे हैं? पर ध्यान केन्द्रित कर रहे हैं। जिसका बच्चों पर सकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
अभिभावकों द्वारा बच्चों को उनके घर पर सीखने-सिखाने का माहौल उत्पन्न किया जाय, इसको लेकर इस बैठक में शिक्षक ने अभिभावक को प्रेरित किया। वहीं बैठक में शामिल अभिभावकों के चेहरे पर संतोष और खुशी का भाव दिखा। उन्होंने पाया कि बच्चे विद्यालय में आनंददायी माहौल में सीख रहें हैं। सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में शिक्षक पूरी तन्मयता से लगे हुए हैं। एक अभिभावक ने तो यहां तक कहा कि, “अब सरकारी स्कूल में भी निजी विद्यालय की तरह पढ़ाई होने लगा है।”
इस अवसर पर षष्ठम वर्ग के बच्चों की पढ़ाई व गतिविधि से अभिभावकों को रू-बरू कराया गया। संगोष्ठी के दौरान बच्चों की विद्यालय मेंं निर्धारित पोशाक में नियमित उपस्थिति, स्वच्छता, पुस्तक व लेखन सामग्री की उपलब्धता, हाव-भाव के साथ शैक्षणिक क्रियाकलाप के साथ शैक्षणिक प्रगति, गृहकार्य सहित बच्चों के चतुर्दिक विकास की योजना बनाई गई। इस अवसर पर अभिभावकों ने बच्चे के पसंद व नापसंद पर चर्चा करते हुए बच्चे को बेहतर शिक्षा देने की अपील की।बैठक में संदीप शर्मा सहित सभी शिक्षक मौजूद थे।
बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नीतेश कुमार गौतम