खोदावंदपुर पुलिस ने मांसिक रूप से विक्षिप्त युवक को परिजन से मिलाया

पं बंगाल के नबाबगंज जिले का रहने वाला मांसिक रूप से विक्षिप्त युवक भटकता हुआ पहुंचा खोदावंदपुर, पुलिस की तत्परता से मिला परिजन से।

पं बंगाल के नबाबगंज जिले का रहने वाला मांसिक रूप से विक्षिप्त युवक भटकता हुआ पहुंचा खोदावंदपुर, पुलिस की तत्परता से मिला परिजन से।

डीएनबी भारत डेस्क 

आमतौर पर समाज के बीच नकारात्मक बन चुकी पुलिस की छवि कभी कभी उनके कार्यों से सकारात्मक भी होता है। जिसकी चर्चा सरेआम होती है। कुछ ऐसा ही वाकया इनदिनों खोदावंदपुर में सुनने को मिल रहा है। जहां  एक विक्षिप्त युवक विगत कई दिनों से खोदावंदपुर थाना क्षेत्र में भटक रहा था। भटकते भटकते बीती रात बरियारपुर गांव पहुंच गया। जहां कुछ ग्रामीणों ने युवको ने चोर समझकर उसके साथ मारपीट करने लगा।

उसी भीड़ में कुछ समझदार युवको ने उसको भीड़ से बचाते हुए उसे अपने कब्जे में ले लिया। तथा उसका नाम पता पूछने लगा। बंगला बोलने के कारण लोगों को उनकी भाषा नहीं समझ मे आ रहा था। तब गांव में कुछ बंगला जानने वाले प्रवासी युवकों ने उसी के भाषा मे बातचीत किया तो उक्त विक्षिप्त ने अपना नाम कमल वर्मन उर्फ भट्टू बताया। जो पश्चिम बंगाल के नबाबगंज जिला का रहने वाला निकला।

तुरंत ग्रामीणों ने इसकी जानकारी स्थानीय पुलिस को दी। मौके वारदात पर पुलिस ने पहुंचकर उक्त युवक को ग्रामीणों की भीड़ से अपने कब्जे में कर लिया। तथा उसके परिजनों की खोजबीन करने लगे। परिजनों का सत्यापन होने पर उसे थाना बुलाया गया। और उनको सारी वारदात की जानकारी देकर युवक को परिजन के हवाले कर दिया।

वहीं परिजन भागे भागे खोदावंदपुर थाना पहुंचे जहां अपने विछुड़े पुत्र भट्टू को देखकर उनके आंखों से खुशियों की आंसू छलक पड़े। पुलिस ने आवश्यक कागजी प्रक्रिया पूरा करने बाद कमल वर्मन को उसके परिवार को सौप दिया। वर्मन हंसी खुशी अपने घर लौट गया। थानाध्यक्ष सुदिन राम एवं बरियारपुर पूर्वी के उन समझदार लोगो की जिनलोगों ने भीड़ की पिटाई से उक्त विक्षिप्त को बचाया था। उनके इस नेक काम की चर्चा सरेबाजार हो रही है।

बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नीतेश कुमार गौतम 

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