3 वर्षों से नियोजित शिक्षक को नहीं मिल रहा था वेतन, मांसिक, आर्थिक तनाव के कारण ब्रेन हेमरेज से हुई मौत

राज्य सरकार और खगड़िया प्रशासन की उदासीनता से आक्रोशित नियोजित शिक्षकों ने शव का साथ किया सड़क जाम, मृतक शिक्षक को मिले पूरे वेतन और परिवार को नौकरी का लाभ।

राज्य सरकार और खगड़िया प्रशासन की उदासीनता से आक्रोशित नियोजित शिक्षकों ने शव का साथ किया सड़क जाम, मृतक शिक्षक को मिले पूरे वेतन और परिवार को नौकरी का लाभ।

डीएनबी भारत डेस्क 

एक सप्ताह से जिंदगी एवं मौत से जूझ रहे नियोजित शिक्षक की सुधि लेने वाला न राज्य सरकार था और न ही खगड़िया जिला प्रशासन। आखिर नियोजित शिक्षक न्याय की आस में आर्थिक तंगी, और मांसिक पीड़ा को झेलते झेलते जिंदगी का जंग हार गया। सरकार और प्रशासन की उदासीनता का हद तब हो गई है जब नियोजित शिक्षक का शव इस कड़े धूप में इंसाफ मांग रहा पर गूंगी बहरी सरकार और जिला प्रशासन पर कोई फर्क नहीं पड़ता।

बताते चलें कि खगड़िया जिला के प्राथमिक विद्यालय फिरंगी टोला अंतर्गत सदर प्रखंड नियोजित शिक्षक अंतश प्रवीण को 3 वर्षों से वेतन नहीं मिल रहा था। जिसको लेकर वे आर्थिक व मांसिक तनाव के बीच नारकीय जीवन जीने को विवश थे। और अंदर ही अंदर खूद से प्रताड़ित हो रहे थे। इसी बीच उक्त नियोजित शिक्षक को 23 मई को ब्रेन हेमरेज हो गया।

जिसके बाद उक्त शिक्षक का बेगूसराय पार्थ हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था। जिनका इलाज के दौरान रविवार को निधन हो गया। आक्रोशित शिक्षकों ने मृतक शिक्षक के शव को लेकर खगड़िया समाहरणालय रोड को जाम कर मुआवजे और बकाया बेतन देने के साथ परिवार के सदस्य को नौकरी की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन संवेदनहीन राज्य सरकार, शिक्षा विभाग, एवं जिला प्रशासन की ओर से कोईपहल नहीं किया गया है।

खगड़िया संवाददाता राजीव कुमार 

Begusarai