वीरपुर में खाध व्यवसाई समेत पदाधिकारी और जंप्रतिनिधी मस्त, किसान पस्त

 

डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय जिले के वीरपुर प्रखंड में इन दिनों भले ही सरकार द्वारा या राज नेताओं के द्वारा किसानों के हितों के लिए एक से बढ़कर एक लोक लुभावन वादे या घोषणा किया गया हो या किया करते हों पर हकीकत तो यह है कि किसानों को कैसे लुटा जाए और चूसा जाए कि रण नीति के तहत बद से बद्तर किया जाता रहा है।जि हैं वीरपुर प्रखंड क्षेत्र में खाद व्यवसायों, पदाधिकारियों, जंनप्रतिनिधीयों की मिली भगत से पहले 50 किलो के यूरिया बोरी को 45 किलो कर दिया गया।

अब निर्धारित 266 रूपए 50 पैसे जो बोरी पर मुल्य अंकित भी है को 300 सौ से 320 रूपए बोरी बेचा जा रहा है। तो किया आप को नहीं लगता है कि ऐसा खाद व्यवसायों, पदाधिकारियों, जंनप्रतिनिधीयों के मिली भगत से किसानों को बद से बद्तर हालत बनाए जाने की सोची समझी रणनीति है। इस संबंध में प्रखंड क्षेत्र के नौला, डीह, भवानंदपुर, वीरपुर पूर्वी, वीरपुर पश्चिम, गेंन्हरपुर, जगदर, पर्रा पंचायत समेत थाना क्षेत्र के किसानों ने बताया कि समस्या यह नहीं है समस्या तो यह है

कि जब नलाईक लोग लायक कुर्सी पर बैठते हैं और हम किसान विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं के लोक लुभावन वादे और प्रलोभन में आ जाते हैं।तब व्यव्साई लोग कहते हैं इतना में लेना है तो लीजिए नहीं तो हम लोग दुकान दारी हीं छोड़ देंगे। पदाधिकारी और जंनप्रतिनिधीयों के पास जाते हैं तो कहते हैं आप लोग तो अन्य दाता मालिक हैं छोटी मोटी बातों पर ध्यान मत दिया करें।जो व्यवस्था है उसी में जिना सिखलें हम लोगों का भी कहीं कोई नहीं सुनता है।

बेगूसराय वीरपुर संवाददाता गोपल्लव झा की रिपोर्ट