बेगूसराय में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी एवं उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने गिरिराज सिंह के समर्थन में किया जनसभा 

 

डीएनबी भारत डेस्क

बेगूसराय में मंगलवार को केंद्रीय सड़क परिवहन एवम राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी एवं उप मुख्यमंत्री विजय सिन्हा मटिहानी प प्रखण्ड के बागडोभ पहुंचे जहां उन्होंने गिरिराज सिंह के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया। इस मौके पर नितिन गडकरी ने जहां वर्तमान मोदी सरकार की उपलब्धियां और उनकी आगामी कार्य योजनाओं पर चर्चा की वहीं कांग्रेस को खुब खड़ी खड़ी भी सुनाया।

आपने संबोधन में उन्होंने कहा की जब वो लोग सत्ता में आए थे तो बिहार और उत्तरप्रदेश के सड़को के हालत बहुत खराब थे। गांव में जानें को रोड़ नही थे।जो काम कांग्रेस और लालू जी ने पिछले साठ सालो में नहीं किया वो कमाल हमलोगो ने दस सालों में कर दिया। आज बिहार में अस्सी हजार करोड़ की लागत से बिहार में ग्रीन एक्सप्रेस हाईवे बन रहें है । बिहार तेजी से बदल रहा है । अगर आपको गरीबी भुखमरी बेरोजगारी को दूर करना है इसके लिए सबसे पहले लोगों को बिजली पानी अच्छे रोड और टेलीकम्युनिकेशन के साधन चाहिए ।

ये चार चीज़ जहां होती है वहा उद्योग और व्यापार बढ़ता है जहां उद्योग और व्यापार बढ़ता है वही रोजगार उत्पन्न होता है। इस मौके पर गडकरी ने अटल बिहारी वाजपेई का जिक्र करते हुए कहा कि उसे समय अटल बिहारी वाजपेई प्रधानमंत्री हुआ करते थे। उन्होंने एक दिन मुझे अपने ऑफिस बुलाया और कहा कि अपने शहरों के लिए बहुत सा काम किया है अब आप गांव को जोड़ने की योजना पर काम करे। इसके बाद उनके नेतृत्व में बनी कमेटी के द्वारा प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना का शुभारंभ की गई

किसकी घोषणा लाल किले से राष्ट्रपति ने की। नितिन गडकरी ने बताया कि हिन्दुस्तान में साढ़े छह लाख गांव हैं। जिसमे साढ़े चार लाख गावो को जोड़ने का काम किसी ने किया तो वो प्रधानमन्त्री अटल बिहारी बाजपेई ने की। मुझे विश्वास है की ये देश बदल रहा है। हमारी सरकार की सोच को समझो किसान केबल अन्यदाता नही है । हमने तय किया है की हमे गांव, गरीब किसान और मजदूर का कल्याण करना है । गांवो को सुखी ,संपन्न और समृद्ध बनाना है । किसानों के सही फसल का दाम देना है और युवाओं को रोजगार देना है। किसान केवल अन्न दाता नही बल्कि उनको उर्जा दाता से इंधन दाता बनाया। हमारे देश में 16 लाख करोड़ रूपया पैट्रोल और डीजल के आयात के लिए खाड़ी देश में जाते है ।

सरकार ने अगर कोई काम किया तो किसानों को अन्नदाता से ऊर्जा दाता ,ऊर्जा दाता से इंधन अब और अब बाटोमिन बनाने का काम किसान कर रहें है। शायद आप मुझे जानते नही मै झूठे वादे और झुटी बाते करने वाला नेता नही हूं। जो बात कहता हूं वह पूरी डंके की चोट पर कर कर दिखाता हूं। कोई माय का लाल पैदा नहीं हुआ जो मैंने कही और वो बात पुरी नही हुईं। मैं दावे के साथ कर रहा हूं कि आने वाले 5 सालों में हीरो, होंडा, बजाज,टीवीएस और बजाज की मोटरसाईकिल किसानों की बनी हुई इथेनॉल से चलेगी ।

मेरे ही मांग पर इंडियन ऑयल ने 300 स्थान पर एथेनॉल के पंप खोलने का निर्णय लिया है। अगर आप मक्का और चावल लगाते है और अगर इससे इथेनॉल बनने का काम होगा तो इसके दाम बढ़ेंगे तो इसका फायदा किसानों को होगा। मैं पिछले 10 सालों से जब भी बिहार आया करता था तो नीतीश कुमार को कहा करता था कि मक्के से एथेनॉल बनाने का काम शुरू करें मुझे खुशी है की बिहार में भी प्रोजेक्ट शुरु हो रहा है। अब किसानों के बनाए गए इथेनॉल से विमान भी चल रहें है। नितीन गडकरी ने कहा की वो दिन दुर नही जब किसानो के बनाए गए इथोनॉल ने स्कूटी भी चलेगी,

मोटरसाईकिल भी चलेगा कार भी चलेगा विमान भी चलेगा जिससे पॉल्यूशन भी कम होगा और आयात भी कम होगा किसानो को फसल का सही दाम भी मिलेगा और गांव के जवान लोगो को काम भी मिलेगा। कांग्रेस की सरकार लंबे समय तक शासन करती रहीं पर उन्होंने एथेनॉल पर काम नहीं किया और उन्होंने महंगे पेट्रोल डीजल और की किरासन राशन तेल का आयात करते रहे। यह क्रांति अगर किसी ने की तो मोदी जी के नेतृत्व में हमारे सरकार ने की। हम यही रुकने वाले नही अब हम पानी से हाइड्रोजन निकालकर हमने गाड़ियां लाई है। ये सब होने वाला है।

गांव में जो गरीबी भुखमरी और बेरोजगारी का जो अंधेरा है वो छटेगा। गांव का विकास होगा गांव में अच्छे रोड होंगे गांव के किसानों को उनके फसल का सही दाम मिलेगा गांव के युवाओं के हाथ में काम होगा अब स्मार्ट शहर नहीं स्मार्ट गांव बनेंगे तब आपका जीवन बदलना है।हम राजनिति में मंत्री और सांसद बनने के लिए नहीं आए है हमको समाज बदलना है। हमने 1975 में मैट्रिक की परीक्षा पास करने की एग्जाम दी । उसे वक्त हमने शिक्षा की तरफ ध्यान नहीं दी और जयप्रकाश जी के आंदोलन में लग गए जिसका परिणाम है की मुझे इंजीनियरिंग कॉलेज में एडिशन नही मिल पाई।

मुझे कोई दुख नहीं है कि मुझे इंजीनियरिंग में एडमिशन नहीं मिल पाया। आज मेरे डिपार्टमेंट ने 7 वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाए हैं। इस अवसर पर उन्होंने कोंग्रेस और कम्यूनिष्ट पर हमला बोलते हुए कहा की आज पुरे विश्व में कम्यूनिष्ट पार्टी खत्म हो गईं। उसके बाद धीरे धीरे समाज वाद पार्टी आई को ख़त्म हो गईं। इस दिल के टुकड़े हजार हुए कोई यहां गिरा कोई वहां गिरा। हमने पंडित दीनदयाल उपाध्याय से प्रेरणा लेकर अंत्योदय और सामाजिक आर्थिक चिंतन को अपना उद्देश मानकर यह तय किया की समाज के अंतिम पादन पर खड़े दलित ,पिछडे ,शोषित जिसके पास रहने के लिए घर नहीं है खाने के लिए रोटी नहीं है उसे व्यक्ति को हम भगवान मानेंगे और उसकी निरंतर सेवा करते रहेंगे।

और जिस दिन उन्हें रोटी कपड़ा और मकान मिलेगा उसी दिन अपना कार्य पूरा होगा। नितिन गडकरी ने कहा कि मैं बिहार में यह बातें कहूं या ना कहूं मुझे संकोच हो रहा है पर मैं अपने क्षेत्र के लोगों से कहता हूं कि कोई भी व्यक्ति उसकी जात, उसका पंथ उसका धर्म और भाषा से बड़ा नही होता है बड़ा होता है उसके गुणों से बड़ा होता है। जो कहेगा जात की बात उसे पड़ेगा कस कर लात। आपका सही सवाल गरीबी भुखमरी और बेरोजगारी है पढ़िए और अच्छी शिक्षा प्राप्त कीजिए अच्छा उत्पादन कृषि में बढ़ाआइए ।

हमारे देश की जनता की गरीबी बेरोजगारी और भुखमरी को दूर करने में अगर पुरी तरीके से फेल हुए तो उसका कारण जाति जाति को लड़ाकर जाति पंथ संप्रदाय को लड़ाकर लोग जातिवाद और सांप्रदायिकता की राजनीति करते है। जो इससे कन्फ्यूज करे उसे बचकर रहिए । आपको विश्वास दिलाना चाहता हूं कि मोदी जी के नेतृत्व में हम एक ऐसा हिंदुस्तान बनाने जा रहे हैं जो विश्व गुरु होगा। गांव गरीब किसान मजदूर का कल्याण होगा। मैं मंत्री हूं मेरे पास पैसे की कोई कमी नहीं है मैं लाखों में बात करता हूं मैं बिहार में 80 हजार करोड़ की लागत से तीन ग्रीन एक्सप्रेस हाईवे बनाने का काम कर रहा हूं गंगा के उपर 13 ब्रिज बना चुका हूं और 15 बनना पड़े तो मै बनाने का औकाद रखता हूं।

देश में पैसे की कोई कमी नहीं है देश में कमी है ईमानदारी से गरीबी और देश के लिए काम करने वाले नेताओं की। हम देश के लिए काम कर रहें है किसान और गरीब ही नही इस देश को शक्तिशाली बनाना चाहते हैं इस विचार के लिए काम कर रहे हैं । इस मौके पर नितिन गडकरी ने स्थानीय लोग को संबोधित करते हुए कहा है कि आपकी जितनी मांगे हैं वह मांग लो डरने का काम नही है मेरे पास द्रोपदी की थाली है तुम जितना मांगोगे मैं उतना दूंगा पर मेरा कंडीशन है कि गिरिराज सिंह को लाखों मत से जीता कर भेजिए।

बांकी सब काम हो जायेगा। गिरिराज सिंह की मांग थी की गंगा नदी पर मटिहानी शामहो पूल बनने के लिए चार हजार चार सौ करोड़ की लागत से 48 किलोमीटर सिक्स लेन परियोजना का निर्माण कराया जा रहा है इसके लिए आप निश्चिंत रहें । अगर लैंड एक्यूजीशन का पूरा होगा तो चुनाव समाप्त होने के एक महीने के अंदर काम का शुभारंभ होगा। इस ब्रिज के बन जाने से बिहार उड़ीसा झारखंड और पश्चिम बंगाल की दूरी 75 किलोमीटर कम हो जाएगी।

डीएनबी भारत डेस्क