रेलवे लोहिया मैदान बछवाड़ा में होली मिलन सह अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का हुआ आयोजन

आँख के अंधे पूछ रहे हैं यू पी में है काबा,बुलडोजर ने कहा गरजकर यू पी में हैं बाबा जोगीरा सारा रा रा रा”

डीएनबी भारत डेस्क

प्रखंड क्षेत्र के रानी एक पंचायत के ऐतिहासिक रेलवे लोहिया मैदान बछवाड़ा में राष्ट्रीय कवि संगम बछवाड़ा इकाई द्वारा होली मिलन सह अखिल भारतीय कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। भारतीय कवि सम्मेलन में हरियाणा के डॉ अशोक पात्रा, यूपी के अर्जुन सिसोदिया, मध्य प्रदेश के सुमित ओरछा, दरभंगा के विनोद कुमार,हाजीपुर के रेणु शर्मा, बछवाड़ा के नवोदित किशोर कवि केशव प्रभाकर ने शिरकत किया।

होली मिलन सा अखिल भारतीय कवि सम्मेलन में क्षेत्र के बुद्धिजीवी साहित्यकार जनप्रतिनिधिसमाजसेवी कार्यकर्ता समेत आम जनों ने सैकड़ों की संख्या में मौजूद थे । होली मिलन सहअखिल भारतीय कवि सम्मेलन में मुख्य अतिथि के रुप में तेघरा अनुमंडल अधिकारी राकेश कुमार बेगूसराय के सांसद प्रतिनिधि सह अधिवक्ता अमरेंद्र कुमार अमर मौजूद थे । कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन मुख्य अतिथि तेघड़ा और मंडलाधिकारी राकेश कुमार सांसद प्रतिनिधि अमरेंद्र कुमार समेत सभी आगत नामचीन कवियों ने सामूहिक रुप से दीप प्रज्वलन कर किया ।

आयोजन समिति द्वारा सभी आगत अतिथियों व कवियों को मिथिला की पद्धति पाग चादर फूल माला आदि से सम्मानित किया गया । कार्यक्रम में मौजूद दर्शकों व कवियों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि तेघरा अनुमंडलाधिकारी राकेश कुमार ने कहा कि काव्य रचना व कवि सम्मेलन समाज की रीढ होती है । स्वच्छ समाज स्वच्छ राष्ट्र निर्माण के लिए कवि सम्मेलन व काव्य रचना जरूरी है । उन्होंने कहा कि समाज की व देश की गिरती हुई व्यवस्था गिरती हुई संरचना जिसका विरोध करने की हिमाकत किसी भी व्यक्ति में नहीं होती है कवि अपने रचना व कवि सम्मेलन के माध्यम से उसे समाज के प्रदेश के सामने रखने का काम करते हैं । जो कि स्वच्छ समाज व देश के निर्माण में मार्गदर्शक का काम करती है ।

यह व्यवस्था जो पश्चिमी सभ्यता के कारण मिट्टी जा रही है । जिसे बचाए रखना हम तमाम देशवासियों का परम कर्तव्य है । आज के इस दौर में भीआपसी भाईचारा व मिलन का पर्व होली के अवसर पर राष्ट्रीय कवि संगम बछवारा के इकाई के द्वारा इस प्रकार के कार्यक्रम का आयोजन क्या जानो एक सराहनीय कदम है ।उन्होंने कहा कि आज के इस कार्यक्रम से हम तमाम लोगों को सीख लेने की आवश्यकता है ।

युवा कवि सुमित ओरछा के संचालन में दूसरे सत्र में कवि सम्मेलन का आगाज हुआ । यूपी से वीर रस के अंतर राष्ट्रीय कवि अर्जुन सिसोदिया ने नेताओं पर चुटकी लेते हुए “कांग्रेस बीजेपी राजद जिससे बनता काम साथ उसी के पलटा मारें पल में पलटूराम। आँख के अंधे पूछ रहे हैं यू पी में है काबा,बुलडोजर ने कहा गरजकर यू पी में हैं बाबा जोगीरा सारा रा रा रा”। हरियाणा से आये हास्य कवि डॉ अशोक बत्रा ने फगुआ पर सुनाते हुए कहा “मन में उमंग न हो, दिल तेरा यंग न हो,दोस्तों का संग न हो होली किस काम की।मीठे मीठे बोल न हों, आंखें गोल-गोल न हों और संग ढोल न हो, होली किस काम की । संचालन कर रहे सुमित ओरछा ने बिहार के शिक्षा मंत्री के द्वारा रामचरितमानस पर की गई टिपण्णी पर व्यंग्य किया और राम की महिमा कुछ इस तरह रखा “हम सदियों से सुनते आए गाथा अनुपम धाम की । भव सागर की वैतरणी, उस दो अक्षर के नाम की ।

प्रश्न खड़ा है दशरथ घर ही ,क्यों आये थे राम जी । प्रश्न खड़ा है कंटक पथ ही क्यों अपनाये राम जी । प्रश्न खड़ा है शबरी जूठन क्यों खाये थे राम जी” । दरभंगा से आये कवि विनोद कुमार हसौड़ा ने मैथिली और हिंदी में अपनी रचना सुनाकर व्यवस्था पर चोट किया । बाल कवि केशव प्रभाकर ने अपनी रचना “बड़े गौरव से कहता हूं सनातन धर्म है मेरा, कई जन्मों के कर्मों का यही सत्कर्म है मेरा, है मेरा भाग्य जो मैंने जन्म पाया सत्य सनातन में, जिसे दुनिया ने पूजा देखो उस उन्नत पुरातन में”। हाजीपुर से आई कवयित्री रेणु शर्मा ने अपनी पंक्ति “चलो जिंदगी में दुआएं कमा लें, दुआओं से हम जिंदगानी बना लें । जो हैं वक्त की ठोकरों के सताए। चलो आओ मिलकर इन्हें हम संभालें। सुना कर सताए हुए लोगों को संबल देने के लिए प्रेरित की।

वही कार्यक्रम में मौजूद कवियों ने वीर रस श्रृंगार रस व हास्य रचना की बौछार कर दी। मौके पर राष्ट्रीय कवि संगम के जिला अध्यक्ष बृजबिहारी मिश्रा, महासचिव अमरेश शिशिर, डॉ शैलेन्द्र शर्मा त्यागी, विद्या ब्रह्मचारी, देवनीति राय, संजीत मुन्ना, तेज नारायण चौधरी, विवेकानंद शर्मा, भाजपा मंडल अध्यक्ष सुमन चौधरी, विकास वागीश, सुधीर कुमार, सुनीता झा, प्रेमशंकर राय, भरत रस्तोगी, प्रिंस, राहुल, कन्हैया कुमार, रौशन कुमार, शशि बिन्द आदि उपस्थित थे । सांसद प्रतिनिधि के 19  दिवसीय ग्राम प्रवास यात्रा में सर्वाधिक समय देने वाले सुमन चौधरी, रौशन राय, राजीव चौधरी, ग्लोकल के कन्हैया कुमार, गोपाल कुमार को विशेष तौर पर सम्मानित किया गया।

बेगूसराय संवादाता सुजीत कुमार की रिपोर्ट