डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिलांतर्गत मंसूरचक थाना परिसर में जनता दरबार में शनिवार को काली पूजा समिति का मामला छाया रहा है। वीरगंज निवासी रामदेव महतो ने आदिशक्ति माता काली पुजा समिति गणपतौल सह प्रकाश नाट्यकला परिषद महेंद्रगंज के कमिटी के अध्यक्ष रामप्रकाश साह, मेला संयोजक कमल किशोर चौधरी गंगा के नाम से जनता दरबार के लिए आवेदन दिया था जिसमें नोटिस किया गया। जबकि जमीन पर मंदिर का वजूद कागज के मुताबिक 1910 ई से रहने की बात कही गई है और बिना किसी भेदभाव का पूजा अर्चना किया जाता रहा है।
प्रथम पक्ष रामदेव महतो, अशोक महतो, चंद्रदेव महतो व संतोष महतो ने बताया कि उक्त जमीन हमारी है और दखलकब्जा भी है। लेकिन समिति के लोगों ने बताया कि उक्त जमीन में नाटक खेलने के लिए रंग मंच बना हुआ था जिसे घेर लिया गया और मंच को ध्वस्त कर दिया गया है। काली पूजा समिति ने कमाल गरेरी से 1940 ई में जमीन दान में लिया था। देवानंद साह बनाम संजय साह मामले में मापी की बात कही गई है। वही सीओ ममता, थानाध्यक्ष रंजन कुमार ठाकुर, सीआई उमेश कुमार यादव ने स्थल निरीक्षण करने की बात कही।
तीन मामलों में मापी का आदेश दिया और एक मामले में 107 और दो को सक्षम न्यायालय जाने को कहा गया। जनता दरबार में काफी गहमागहमी शुरू में देखा गया। शुरुआत के दौरान रामचंद्र ईश्वर बनाम शैलेन्द्र कुमार सिंह उर्फ रामभरोसा सिंह मामले में रामचंद्र ईश्वर के नहीं उपस्थित हो सके और मामला स्थगित कर दिया गया।
मंसूरचक, बेगूसराय से आशीष भूषण