डीएनबी भारत डेस्क
बिहार के रोहतास में एक नौंवीं वर्ग की छात्रा को गणतंत्र दिवस के अवसर पर तीन दिनों के लिए मुखिया बनाया गया है। मुखिया पद ग्रहण करते ही छात्रा एक्शन मोड में आ गई है और पंचायत में चल रही सरकारी योजनाओं का निरीक्षण कर रही है। यह मुखिया सिर्फ नाम की नहीं बल्कि काम की है। यह मुखिया जो भी फैसले लेगी उसे ग्राम पंचायत की आमसभा में पास कर उसपर अमल भी किया जायेगा। छात्रा से मुखिया बनी काजल कहती हैं कि वह अपने पंचायत की समस्याओं को खत्म करना चाहती हैं और इसके लिए वह काम कर रही हैं।
छात्रा कैसे बनी मुखिया
दरअसल रोहतास के हथिनी पंचायत में गणतंत्र दिवस पर एक प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था साथ ही घोषणा की गई थी कि विजय प्रतिभागी को ग्राम सभा और मुखिया की सहमति से तीन दिन के लिए मुखिया का पद दिया जाएगा। तीन दिनों के लिए जो मुखिया बनेंगे वे सिर्फ नाम के नहीं होंगे बल्कि उनके द्वारा लिए गए फैसले पर अमल भी होगा। प्रतियोगिता में पंचायत की नौंवी वर्ग की छात्रा काजल ने प्रथम स्थान लाया जिसके बाद उसे मुखिया पद की जिम्मेदारी दी गई। इतना ही नही वर्तमान मुखिया ने अपने पद की प्लेट लगी स्कॉर्पियो भी उसे दी जिससे वह पंचायत का भ्रमण कर सरकारी योजनाओं का निरीक्षण कर रही है।
मुखिया कैबिनेट में अन्य बच्चे भी शामिल
प्रतियोगिता में द्वितीय और तृतीय स्थान पाने वाले बच्चे को भी मुखिया की कैबिनेट में शामिल किया गया है और वह मुखिया के साथ रह रहे हैं। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने यह फैसला पंचायत के बच्चों के उत्साहवर्धन के लिए लिया है। इन तीन दिनों में काजल पंचायत की विभिन्न गांव का दौरा करेंगी। साथ ही आंगनबाड़ी जन वितरण प्रणाली विद्यालयों के अलावे गांव की सफाई का जायजा लेंगे। उनके द्वारा पंचायत में जो भी नीतिगत फैसले लिए जाएंगे ग्रामसभा उसे पारित करेगी।