कचरा प्रबंधन योजना के तहत WPU सेन्टर के बनते ही गंगा में समा जाने की ग्रामीणों ने प्रबल संभावना जताई

रातगांव पंचायत में कचरा प्रबंधन योजना के तहत कूड़ा कचरा के संग्रहण के लिये भगवानपुर चक्की वार्ड नं 13 में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन इकाई (WPU सेन्टर ) का निर्माण शुरू किया गया है जिसकी प्राक्कलित राशि 7,40,000/ रू है।

रातगांव पंचायत में कचरा प्रबंधन योजना के तहत कूड़ा कचरा के संग्रहण के लिये भगवानपुर चक्की वार्ड नं 13 में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन इकाई (WPU सेन्टर ) का निर्माण शुरू किया गया है जिसकी प्राक्कलित राशि 7,40,000/ रू है।

डीएनबी भारत डेस्क 

तेघड़ा प्रखण्ड अन्तर्गत रातगांव पंचायत में कचरा प्रबंधन योजना के तहत सात लाख चालीस हजार रूपये की लागत से बन रही डब्लूपीयू सेन्टर के बनने से पहले ही नष्ट हो जाने की लोगों द्वारा संभावना व्यक्त की जा रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रातगांव पंचायत में कचरा प्रबंधन योजना के तहत कूड़ा कचरा के संग्रहण के लिये भगवानपुर चक्की वार्ड नं 13 में ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन इकाई (WPU सेन्टर ) का निर्माण शुरू किया गया है।

जिसकी प्राक्कलित राशि 7,40,000/ रू है किन्तु लोगों को चिन्ता इस बात की है कि इस सेन्टर का निर्माण गंगा नदी के किनारे कटाव स्थल के ठीक मुहाने पर शुरू किया गया है। निर्माण स्थल से कटाव स्थल की दूरी महज 50 मीटर से भी कम है। उक्त स्थल पर तेजी से कटाव चल रहा है और कटाव निरोधक कार्य के लिये जनता आंदोलनरत है।

लोगों का कहना है कि जिस स्थल पर कटाव निरोधक कार्य करने की जरूरत है उस स्थान पर लाखों की लागत से WPU सेन्टर का निर्माण करना आश्चर्यजनक बात है। उक्त स्थल तक ई-रिक्शा ठेला के पहुंचने का भी कोई माध्यम नहीं है। लोगों ने पूर्ण संभावना व्यक्त करते हुये कहा है कि गंगा कटाव की जो स्थिति है वैसी स्थिति में यह WPU सेन्टर बनने के साथ ही गंगा नदी में समा जायेगी और इसके साथ साथ इसमें व्यय होने वाले सरकार के लाखों रूपये भी पानी में बह जायेंगे।

बताया जाता है कि उक्त स्थल पर WPU सेन्टर के निर्माण को लेकर काफी विवाद हुआ। पता चला है कि इस मामले में तेघड़ा के संबंधित अधिकारियों के वेतन भुगतान पर रोक लगी है। इसी के चलते आनन फानन में स्थानीय अधिकारियों के द्वारा उक्त स्थान पर नाजायज तरीके से WPU सेन्टर का निर्माण कार्य शुरू कर दिया गया।

ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि अधिकारियों एवं स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मनमानी एवं हठधर्मिता के कारण लाखों रूपये की सरकारी राशि का दुरूपयोग किया जा रहा है। लोगों ने जिलाधिकारी बेगूसराय से इस निर्माण कार्य पर अविलंब रोक लगाने एवं दोषियों के विरूद्ध उचित कार्रवाई की मांग की है।

बेगूसराय तेघड़ा संवाददाता शशिभूषण भारद्वाज 

Begusarai