डीएनबी भारत डेस्क
बिहार में एक सप्ताह पहले जो राजनीतिक हलचल चल रही थी एक बार तो लगा कि सबकुछ नई सरकार बनने के साथ ही ठीक हो गया लेकिन अभी तक महसूस नहीं हो रहा है। नई सरकार 12 फरवरी को विधानसभा में बहुमत साबित करेगी और इससे पहले ही पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने दो मंत्रीपद की मांग करते हुए यह भी कहा था कि महागठबंधन से उन्हें मुख्यमंत्री पद का ऑफर मिला है बिहार में सियासी भूचाल ला दिया था। इसके बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष ने भी मीडिया के सामने खुल कर मांझी को सीएम पद का ऑफर दिया था।
माना जा रहा था कि फ्लोर टेस्ट से पहले मांझी कुछ बड़ा उलट फेर कर सकते हैं लेकिन अब सारी अटकलों पर विराम लगा दिया है पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी के बेटे और बिहार सरकार में मंत्री डॉ संतोष कुमार सुमन ने। संतोष सुमन ने अपने इस्तीफे की बात को निराधार बताते हुए कहा है कि मैं एनडीए के साथ था, हूं और रहूंगा। लोभ, लालच और प्रलोभन की राजनीति को मैं चिमटे से भी नहीं छू सकता।
संतोष सुमन की इस्तीफे की खबर के बाद संतोष सुमन ने खुद ही एक्स (ट्वीटर) पर अपना बयान पोस्ट किया है। बता दें कि रविवार को बिहार की सियासी हलचल एक बार फिर से उफान पर है। कांग्रेस ने बिहार के अभी सभी एमएलए को बैठक के लिए दिल्ली बुलाया था और फिर सभी 16 विधायकों को हैदराबाद भेज दिया है। वहीं भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष एवं बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कांग्रेस के विधायकों के भाजपा में आने की बात पर कहा कि उन्हें कांग्रेस का नहीं जानता के समर्थन की जरूरत है।