जन सुराज पदयात्रा के तीसरे दिन पश्चिम चंपारण के जमुनिया व सहोदरा में प्रशांत किशोर ने किया जनसंवाद, विरोधियों को जवाब देते हुए बताया कि पदयात्रा के लिए कहां से आ रहा पैसा
डीएनबी भारत डेस्क
प्रशांत किशोर की 3500+ किमी लंबी जन सुराज पदयात्रा का आज तीसरा दिन था। प्रशांत किशोर ने पदयात्रियों और स्थानीय लोगों के साथ जमुनिया स्थित पदयात्रा कैंप में आयोजित सर्वधर्म प्रार्थना सभा में भाग लिया। इसके बाद उन्होंने कैंप में ही हाथ के पंखे (बेना) बनाने वाली महिलाओं और उनके परिवारों से बातचीत की और उनकी समस्याओं को सुना। फ़िलहाल प्रशांत किशोर पदयात्रा के क्रम में अपना ज्यादातर समय लोगों से मिलने-जुलने व उनकी समस्याओं को समझने में लगा रहें हैं। इसी क्रम में उन्होंने थारु समुदाय के प्रतिनिधियों के साथ जन सुराज की सोच पर चर्चा की। गौनाहा प्रखंड के वार्ड सदस्यों ने सरकार की योजनाओं को धरातल पर उतारने में आने वाली परेशानियों को प्रशांत किशोर से साझा किया।
प्रशांत किशोर का विपक्ष और नीतीश कुमार पर बड़ा हमला
जन सुराज पदयात्रा के लिए पैसा कहां से आ रहा है, इस सवाल का जवाब देते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, “किसी से आजतक पैसा नहीं लिए हैं, अब ले रहे हैं। बिहार में बदलाव के लिए उनसे फीस ले रहे हैं, जिनके लिए अब तक काम किया है, ताकि ये टेंट लगाया जा सके। मेहनत से, अपनी बुद्धि से 10 साल काम किए हैं, दलाली नहीं किए हैं।” उन्होंने आगे कहा, “2014 में चुनाव हारने के बाद नीतीश कुमार ने दिल्ली आकर कहा कि हमारी मदद कीजिए। 2015 में हमलोगों ने उनको जिताने में कंधा लगाया, अभी 10-15 दिन पहले बुलाकर बोले कि हमारे साथ काम कीजिए, हमने कहा कि ये अब नहीं हो सकता है। एक बार जो लोगों को वादा कर दिया है कि 3500 किमी चलकर गांव-गांव में जाकर लोगों को जगाना है, वही करेंगे। एक बार जनबल खड़ा हो गया, कोई टिकने वाला नहीं है लिखकर रख लीजिए।”
प्रशांत किशोर ने शाम को दुर्गा नवमी के अवसर पर जन सुराज के पदयात्रियों के साथ सहोदरा मंदिर में मां दुर्गा का दर्शन किया और जन सुराज अभियान की सफलता के लिए प्रार्थना की।