जन संवाद की पड़ताल:- डीएम के जन संवाद में आए समस्याओ का नही हुआ समाधान

जल जमाव से करीब सात सौ एकड़ में बाधित है खेती ।

डीएनबी भारत डेस्क

खोदावंदपुर में पिछले 16 नम्बर को प्रखंड के मेघौल और खोदावंदपुर पंचायत में काफी तामझाम के साथ डीएम के संवाद कार्यक्रम ला आयोजन किया गया था । मेघौल पंचायत के हाई स्कूल मैदान और खोदावंदपुर पंचायत के खोदावंदपुर मैदान में आयोजित डीएम के इस संवाद कार्यक्रम में जिला से लेकर पंचायत स्तर तक के विभिन्न विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे । स्थानीय अधिकारियों की चालाकी ने पहले तो जनता को डीएम से अपना संवाद कहने नही दिया ।

ताकि डीएम के सामने उनकी पोल न खुल जाए । सिर्फ स्थानीय मुखिया और दो चार चुनिंदा जन प्रतिनिधियों को जो अधिकारियों के अनुसार अपने बातो को रखे वैसे चाटुकार जनप्रतिनिधियो को डीएम के सामने बोलने का मौका दिया गया । मंच से विभिन्न विभागों के अधिकारी व पदाधिकारी अपने अपने योजनाओ व कार्यक्रमो को लोगो को जानकारी दिया । तपश्चात आम जनता के बीच अधिकारियों द्वारा एक फॉर्म वितरित किया गया । जिसमें अपना अपना सुझाव भरकर जमा करने को कहा गया । आज जन संवाद को करीब डेढ़ माह से अधिक समय हो गया है ।

उन समस्याओं पर क्या कारवाई हुई । न ही जनता को बताया गया और न ही स्थल पर देखने को ही मिल रहा है । जन संवाद में मौजूद कुछ जनता ने जबरन डीएम से मिलकर अपनी समस्याओं का आवेदन सौपा था । जिनमे सर्वाधिक प्रमुख समस्या फुदिया बाहा को अतिक्रमण मुक्त करने व इलाके के नगरी चौर से जल निकासी का था । बताते चलें कि प्रसिद्ध नगरी चौर में खोदावंदपुर और चेरिया बरियारपुर प्रखंड से करीब 10 पंचायत का वर्षा जल नगरी चौर में जमा होता है । जो सकरबसा स्थित फुदिया बाहा होते हुए काबर झील में गिरता है । सकरबसा गांव के समीप स्थानीय दबंग लोगो ने अपने निजी काम से मछली मारने के उद्देश्य से फुदिया नाला में टाटी लगाकर रखा गया । जिससे पानी का बहाव अवरुद्ध है

जिसके कारण करीब सात सौ एकड़ में फैले नगरी चौर में जल जमाव है । नगरी चौर में पानी जमा रहने से खोदावंदपुर प्रखंड के मेघौल , फ़फौत , खोदावंदपुर , चेरिया बरियारपुर प्रखंड के गोपालपुर , बशही , विक्रमपुर पंचायत के  सैकड़ो किसानों का खेत जलप्लावित है । जिससे खेती बाधित है । किसानों ने डीएम से इसे खाली कराने का अनुरोध किया था । डीएम ने 15 दिनों के अंदर फुदिया बाहा को खुलवाने का निर्देश मंच से एसडीओ मंझौल को दिया था । परंतु आजतक स्थिति यथावत है । किसान त्राहिमाम कर रहे हैं ।

प्रखंड में एक डिग्री कॉलेज की आवश्यकता बताते हुए लोगो ने एमआरडी अंतर स्नातक कॉलेज को अपग्रेड कर डिग्री कॉलेज बनाने का अनुरोध किया था । जबाब में डीएम ने कहा था अभी अनुमंडल में डिग्री  कॉलेज खोलने को सरकार की योजना है । प्रखंड में नही बावजूद आवश्यकता को देखते हुए प्रस्ताव सरकार को भेज दिया जाएगा । उसपर क्या करवाई हुई आवेदन को अबतक सूचना नही है ।

एसएच 55 किनारे पक्का नाला होने के कारण तथा गांव के जल वहाव पथ को अवरुद्ध करने के कारण प्रखंड के बाड़ा , फ़फौत और खोदावंदपुर में बरसात के समय महीनों तक जल जमाव रहता है। इससे निजात के लिए लोगो ने एसएच 55  किनारे स्थित पक्का नाला का उड़ाही करने , परम्परागत जल बहाव पथ को अतिक्रमण मुक्त कराने का सुझाव दिया था । लेकिन अबतक कोई कारवाई नही हुई ।

स्थानीय युवाओ ने प्रखंड मुख्यालय स्थित खेल मैदान में मिट्टी भराई का अनुरोध किया था । डीएम ने सार्थक पहल करने को कहा था । लेकिन अबतक उस पर कुछ भी पहल नही किया गया है ।

कुल मिलाकर डीएम का जन सम्वाद कार्यक्रम फोटो सेशन और समाचार पत्रो की सुर्खियां बनकर रह गया ।

 

कहते हैं अधिकारी :-

नवनीत नमन प्रखंड विकास पदाधिकारी खोदावंदपुर

डीएम के जनता दरबार मे मेघौल से 120 और खोदावंदपुर ने 90 शिकायत और सुझाव प्राप्त हुए थे । जिन्हें डीडीसी कार्यालय द्वारा सरकार के पोर्टल पर अपलोड कर दिया गया है । स्थनीय स्तर से वृद्धापेंशन , राशन कार्ड जिसमे तीन चार शिकायतों का निबटारा किया गया है । प्रयास जारी है । स्थानीय स्तर से निबटाने वाला जो समस्या ही उसका समाधान किया जाएगा । उच्चधिकारी से समस्या समाधान होने वाली समस्याओं का निष्पादन वरीय अधिकारियों के स्तर से प्राप्त मार्गदर्शन से किया जाएगा ।

 

बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट