होली के पूर्व संध्या पर बीहट इप्टा के द्वारा होली मिलन सह सम्मान समारोह का किया गया आयोजन

 

बीहट इप्टा के अध्यक्ष जयप्रकाश सिंह एवं सचिव अशोक कुमार ने सीताराम सिंह को चादर देकर सम्मानित किया

डीएनबी भारत डेस्क

बीहट इप्टा का होली मिलन समारोह राष्ट्रपति द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से सम्मानित सीताराम सिंह के नाम समर्पित था। कार्यक्रम की शुरुआत बीहट इप्टा के युवा कलाकारों ने अपनी संगीत से श्रोताओं को मुग्ध कर दिया। पनिया लाले लाल, हर क़दम पर कोई क़ातिल है, कन्हैया खेले होली आदि गीतों के बाद सम्मान समारोह आयोजित की गई।

जिस मौके पर इप्टा के राष्ट्रीय महासचिव तनवीर अख्तर एवं उनकी पत्नी नुतन अख्तर की गरिमामयी उपस्थिति रही। सीताराम सिंह को पूर्व सांसद शत्रुघ्न प्रसाद सिंह, सीपीआई बेगुसराय के जिला मंत्री व महागठबंधन से बेगुसराय लोकसभा के सांसद उम्मीदवार अवधेश राय बीहट इप्टा के मुख्य संरक्षक विधायक रामरतन सिंह, संरक्षक रामाधार सिंह, प्रह्लाद सिंह ने चादर और फुलों का माला पहनाकर  सम्मानित किया।

तथा ज़िले की विभिन्न संगठन एआईवाईएफ, बीहट स्टुडेंट क्ल्ब, संविधान बचाओ देश बचाओ आदि ने फुल माला पहनाकर सम्मानित किया। बीहट इप्टा के अध्यक्ष जयप्रकाश सिंह एवं सचिव अशोक कुमार ने सीताराम सिंह को चादर देकर सम्मानित किया ।वहीं कार्यकारी अध्यक्ष अमरनाथ सिंह, उपाध्यक्ष लक्ष्मी यादव,कोषाध्यक्ष रमेश मिस्त्री,सह सचिव उमेश साह एवं रोहित भारद्वाज, निर्भय, आयुषी, पलक,शिवम, रोहित, हरिओम, लक्ष्मण, श्रीराम ने सीताराम सिंह को पुष्प गुच्छ भेंट किए।

आयुषी मिश्रा ने अपने द्वारा बनाई गई पेंटिंग भेंट की जिसमें सीताराम सिंह महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू हाथों पुरस्कार प्राप्त करते दिख रहे हैं। जिस की प्रशंसा सीताराम सिंह ने की और साथ ही अपने वक्तव्य में उन्होंने कीर्तन सम्राट विंदेश्वरी सिंह को याद किया कि उनकी अंगुली पकड़कर पहली बार बीहट आना हुआ और तब से बीहट के हो गए। उन्होंने कहा जो आने वाली पीढ़ी को भी राष्ट्रीय पुरस्कार मिल सकता है, जरूरत है कि जनता उनके लिए ये आवाज़ उठाएं।

पूर्व सांसद शत्रुघ्न सिंह ने सबों को होली की शुभकामनाएं दी। जिसके बाद फिर से गीत-संगीत का कार्यक्रम शुरू हुआ। आयुषी द्वारा प्रस्तुत गीत  “सजन राजधानी पकड़ के आ जइयो” को श्रोताओं ने काफी सराहा। लक्ष्मी यादव के प्रस्तुति पर दर्शकों के साथ ख़ुद वो भी झुमने लगे। बीहट इप्टा के युवा कलाकारों के द्वारा होली के पारंपरिक आधुनिक गीतों की प्रस्तुति दी गई। दर्शकों द्वारा सहयोग के साथ “एक गीत और” की आग्रह आती रही, परंतु आचार संहिता का पालन करते हुए मंच संचालन कर रहे बीहट इप्टा के सचिव अशोक कुमार ने रात्रि नौ बजे कार्यक्रम समाप्ति की घोषणा की।

बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट