डीएनबी भारत डेस्क
अपने सादगीपूर्ण जीवन के लिए चर्चित रहने वाले बिहार सरकार के खेल मंत्री सह प्रभारी मंत्री बांका सुरेन्द्र मेहता दिखावा और ताम-झाम से काफी दूर रहते हैं। वह हर किन्हीं कारणों से किसी भी मिलने वाले आम से आम खास से खास लोगों व चिर-परिचितों से आज़ भी उसी प्रकार मिलते हैं और उनकी बातों सुनते हैं।
ऐसी कोई पहली बात नहीं है।यह आने-जाने वाले व मिलने वाले कई प्रमुख लोगों के साथ खिंचाए गए तस्वीरों में साफ़ देख सकते हैं। इसी क्रम में महामंत्री खेल महासंघ बेगूसराय श्यामनंदन सिंह पन्नालाल, संयोजक गंगा समग्र दिलीप कुमार सिंह एवं मजदूर संघ के सुनील कुमार से स्वतंत्रता दिवस के अति व्यस्ततम सिड्यूल में भी सादगीपूर्ण भेंट कर उनके बातों को गौर से सुने और साकारात्मक आश्वासन देते हुए कहा कि खेल और खिलाडियों के विकास के लिए हर सम्भव प्रयास किया जाएगा।
यहां के खिलाड़ी राष्ट्रीय स्तर पर ही नहीं बल्कि कई प्रमुख खेलों में अंतरराष्ट्रीय फलक पर परचम लहराया है और जिले का नाम रौशन किया है। यद्यपि यहां खेल संसाधनों की घोर कमी है फिर भी खिलाड़ी अपनी खेल भावनाओं और आने वाले पीढ़ी-दर-पीढ़ी यों की खेल भावनाओं को कुंठित नहीं देने के लिए पूर्णतः समर्पित रहकर खेल को खेल भावना से अनुशासित होकर खेलते हैं। आज़ की समय का सबसे प्रमुख मांगे यह है कि एचएफसीएल के खाली पड़े जमीनों पर मानक के अनुरूप एक अंतरराष्ट्रीय खेल मैदान, आवासीय परिसर तथा अत्याधुनिक उपकरणों से लैस एक कक्ष का निर्माण किया जाए।
बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट