डीएनबी भारत डेस्क
नालंदा-गोवा के राज्यपाल पीएस श्रीधरण पिल्लई बुधवार को नालंदा खंडहर व पावापुरी पहुंचे। इस दौरान उनकी पत्नी के. रीता श्रीधरण भी साथ थीं। चिलचिलाती धूप के बाद भी खंडहर में करीब सवा घंटे तक सभी विहारों का बारीकी से अवलोकन किया। गाइड से इसके इतिहास को जानकर काफी प्रसन्न दिखे। कहा कि विश्व धरोहर का अवलोकन करके मैं धन्य हो गया।
यह हमारे देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत है। इसके महत्व को समझना होगा। यह हमारे पूर्वजों की देन है। इसका निर्माण राजनीतिक उद्देश्यों की पूर्ति के लिए नहीं किया गया था।
पूरे विश्व में उच्च शिक्षा, शोध व अनुसंधान का अलख जगाने में यह संस्थान पूरी तरह तरह सफल साबित हुआ था। जी-20 में हमने विश्व को वसुधैव कुटुंबकम का मूल सिद्धांत दिया। यह सनातन धर्म का मूल संस्कार तथा विचारधारा है।
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