गिरिराज सिंह को काला झंडा दिखाने को सड़क पर उतरे सैकड़ों युवा, रास्ता बदलकर निकले गिरिराज, आक्रोशित युवकों ने जमकर की नारेबाजी

 

डीएनबी भारत डेस्क

अपने पांच के गुजरे कार्यकाल को लेकर वोट मांगने निकले केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को क्षेत्र में काफी फजीहत के साथ आम लोगों का विरोध झेलना पड़ रहा है। बताते चलें कि रविवार को केंद्रीय मंत्री के क्षेत्र भ्रमण का कार्यक्रम बछवाड़ा के दियारा इलाके में सड़क निर्माण की मांग को लेकर जबरदस्त विरोध किया। अपने घोषित तय कार्यक्रम के अनुसार गिरिराज सिंह के गाड़ियों का काफिला बेगूसराय के अंतिम छोर पर बसे चमथा दियारे से शुरू किया।

इस दौरान दादुपुर पंचायत के नारेपुर दियारा, उसराही, गुप्फाटोल, बसुरियाटोल, भगवानपुर के सैकड़ों युवा श्रवण टोल तिनमुहानी पर एकजुट होकर केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह को काला झंडा दिखाने के लिए सड़क पर उतर आए। और केन्द्रीय मंत्री श्री सिंह के खिलाफ जमकर नारेबाजी करने लगे। जोशिले युवकों द्वारा नारेबाजी में सड़क नहीं तो वोट नहीं, गिरिराज सिंह वापस जाओ आदि नारे जोर-शोर से लगाए जा रहे थे। उक्त स्थल की बढ़ते चले आ रहे गिरिराज सिंह सिंह के काफिले को इस बात कि खबर मिली।

खबर मिलते हीं केन्द्रीय मंत्री नें अपने विरोध का सामना किए बिना ही अपने रूट चार्ट छोड़कर वापस लौट गए। विरोध स्वरूप सड़क पर उतरे श्रवण टोल के विशाल कुमार ने बताया है कि हम युवा वोटर पिछले दो लोकसभा चुनाव से भाजपा को वोट करते रहे हैं। मगर गिरिराज सिंह दियारा इलाके के विकास के लिए कोई साकारात्मक पहल नहीं किया है। आज हमलोग जिस सड़क पर उतर कर विरोध कर रहे हैं उस सड़क का हाल भी काफी जर्जर है।

इस सड़क से होकर आवागमन करने वाले लोगों को दुर्घटना का शिकार होना पड़ता है। वहीं गुप्फा टोल निवासी रजनीश कुमार ने कहा कि पिछले चुनाव में गिरिराज सिंह खुद को हिन्दु ह्रदय सम्राट बोलकर वोट तो ले लेते हैं। पिछले चुनाव में भी गिरिराज सिंह को बछवाड़ा से 93000 वोट मिला था मगर इन्होंने इतना वोट के अनुकूल क्षेत्र में काम नहीं किया है। आज हमलोग जिस सड़क पर खड़े होकर विरोध कर रहे हैं इसकी हालत इतनी खराब है कि अगर टैम्पो, रिक्शा भी चलता है तो अब पलटा तब पलटा की नौबत आ जाती है।

हमलोग जिस विरोध करने के लिए सड़क पर खड़े है इसकी जानकारी जब गिरिराज सिंह को मिली तो रास्ता बदलकर वापस लौट गया। ऐसे में हम कैसे विश्वास कर सकते लें उनको हम वोट देंगे, तो वे हमारा काम करेंगे। वे मुंह नहीं दिखाना चाहते हैं किसी अपने कार्यकर्ताओं को पिछले चुनाव में भी मैंने उनको वोट किया और आमलोगों को वोट करने के लिए प्रेरित भी किया था। वे कहते हैं कि हमने बयासी करोड़ का काम किया मगर दियारा में कोई काम नहीं किया।

डीएनबी भारत डेस्क