गीता केवल ग्रंथ हीं नहीं जीवन जीने की कला भी सिखाती है:-मनी भूषण जी महराज

दी ग्रेट यूथ सोसायटी के द्वारा आयोजित गीता ज्ञान मंच से कथा वाचक -मनी भूषण जी महराज

डीएनबी भारत डेस्क

वीरपुर की ऐतिहासिक धरती पर हर साल की भांति इस साल भी श्री कृष्ण जन्मोत्सव के अवसर पर चार पुजा पंडालों के द्वारा मेला में आए श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न तरह के मनोरंजन की व्यवस्था तो की हीं गई है। इसके अलावे दी ग्रेट यूथ सोसायटी के द्वारा जागरण,सांस्कृतिक कार्यक्रम,नाटक, के अलावे चार दिवसीय गीता ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया गया है ।

मेला में जिले भर के विभिन्न प्रखंडों सहित अन्य जिलों से भी लोग आकर श्री कृष्ण के एक से एक स्वरूपों,लीलाओं को देख मनुष्य होने के कर्तव्यों को भी सिख सझ रहें हैं। इसी करी में शनिवार को देर शाम में दी ग्रेट यूथ सोसायटी के द्वारा आयोजित गीता ज्ञान मंच से कथा वाचक मनी भूषण जी महराज ने कहा विभिन्न सम्प्रदायों,धर्मों को मानने वाले मौजूद हजारों लोगों से अपील करते हुए कहा

गीता केवल धर्म ग्रंथ हीं नहीं मनुष्य योनियों में जन्म लेने वाले लोगों को यह जीवन जीने की कला शिखाती है। उन्होंने विभिन्न अन्य सुलझे सवालों को तर्कपूर्ण के साथ प्रमाणित उतर देते हुए कहा। इस जन्म में मनुष्य के द्वारा किए गए नैतिक अनैतिक कार्यों का भोग पुनर्जन्म में अवश्य ही भोगना पड़ता है।

जिसका प्रमाण हमारे और आपके बिच समाज देखने को मिलता है जिसे हम आप दैविक कृपा कहते हैं। मौके पर दी ग्रेट यूथ सोसायटी के जितेन्द्र कुमार,रीतेश कुमार,राजा कुमार,कन्हैया कुमार, नवनीत, आदर्श, अश्विनी,प्रभाकर गौतम समेत हजारों श्रद्धालु मौजूद थे।

बेगूसराय,वीरपुर संवादाता गोपल्लव झा की रिपोर्ट