फोरलेन के नाम पर स्थानीय ग्रामीणों के भावनाओं के साथ खिलवाड़, अंबेडकर पार्क को बिना किसी को सूचना के तोड़ दिया गया
डीएनबी भारत डेस्क
नालन्दा-एक और बख्तियारपुर से रजौली तक फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य काफी तेजी से किया जा रहा है। वहीं दूसरी ओर इस फोरलेन के नाम पर स्थानीय ग्रामीणों के भावनाओं के साथ खिलवाड़ भी किया जा रहा है। ताजा मामला भागन बीघा थाना क्षेत्र इलाके के पासवान चौक की है जहां 1994 में निर्मित अंबेडकर पार्क को बिना किसी को सूचना दिए हुए ही तोड़ दिया गया।इस पार्क को तोड़ने के बाद अब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को भी तोड़ने की तैयारी चल रही है। वहीं इस पार्क के टूटने के बाद राजनीति शुरू हो गई है।
जन अधिकार पार्टी के छात्र नेता राकेश सिंह ने कहा कि सरकार के नुमाइंदों के द्वारा दमनकारी नीति अपनाते हुए बिना किसी को सूचना दिए इस पार्क को ध्वस्त कर दिया गया है। उसके बाद इस पार्क में स्थापित डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को भी उखाड़ने का प्रयास किया जा रहा था। जनप्रतिनिधियों की मांग है इस प्रतिमा को उखाड़ने से पूर्व इसके आसपास एक जगह को चिन्हित कर उस जगह पर बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को स्थापित किया जाए और वहीं पर पार्क का भी निर्माण किया जाए।
उसके बाद ही पचासा चौक स्थित बाबा भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा को हटाने की अनुमति दी जाएगी। अगर सरकार हमारी मांगों को नहीं मानती है स्थानीय ग्रामीण एवं जनप्रतिनिधियों के द्वारा बाबा भीमराव अंबेडकर के लिए लड़ाई लड़ने का काम करेंगे और इसके लिए उग्र आंदोलन भी किया जाएगा।
नालंदा संवादाता ऋषिकेश