डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के खोदावंदपुर में धरती की उर्वरा शक्ति बनाए रखने एवं बेहतर उत्पादन के लिए खेतों का मिट्टी जांच आवश्यक है। मिट्टी जांच करने से खेत में किस पोषक तत्व की कमी है उसकी जानकारी प्राप्त होता है। तब हम आवश्यकता के अनुरूप खेतों में रासायनिक या कार्बनिक खाद का प्रयोग करतेहैं।इससे खेती का लागत कम आएगा, फसलों का उत्पादन बेहतर होगा और मिट्टी की उर्वरा शक्ति भी बनी रहेगी।
उक्त बातें कृषि विज्ञान केंद्र बेगूसराय, खोदाबंदपुर के प्रभारी सह वरिय वैज्ञानिक डॉक्टर रामपाल ने इंडोरामा कंपनी द्वारा केंद्र पर आयोजित कृषक समागम को संबोधित करते हुए कहा। उन्होंने कहा किसान हमारे अन्नदाता है। उनकी संपन्निता से ही राष्ट्र की संपन्नता है ।केंद्र और राज्य सरकार लगातार किसानों के आर्थिक स्थिति के उत्थान हेतु कृषि पर अनुदान दे रही है। फसलों का लाभकारी मूल्य देने का प्रयास कर रही है। हम वैज्ञानिक लोग नई-नई तकनीक से किसानों को अवगत करा रहे हैं ।
डॉ विपिन ने किसानों को जैविक एवं कार्बनिक खेती के साथ-साथ प्राकृतिक खेती अपनाने का सलाह दिया। इस मौके पर किसानों ने भी अपनी समस्याओं से वैज्ञानिकों को अवगत कराया ।डॉक्टर रामपाल एवं डॉ विपिन कुमार ने एक-एक कर किसानों के प्रश्नों का जवाब दिया । कृषक समागम में जिले के विभिन्न प्रखंडों से करीब 300 से भी अधिक किसानों ने भाग लिया। कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन केंद्र के प्रभारी डॉक्टर रामपाल कृषि वैज्ञानिक डॉक्टर विपिन कुमार एवं इंडोरामा कंपनी के प्रतिनिधियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।
बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट