डीएनबी भारत डेस्क
इन दिनों बेगूसराय जिले के बरौनी सहित सभी अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। साथ ही इमरजेंसी पेसेंटों की संख्या में बड़ी गिरावट दर्ज की जा रही है। इसका प्रभाव उन बेसहारों, गरीबों सीधे तौर पर पड़ रहा है। साथ ही इससे प्राईवेट अस्पतालों की चांदी कट रही है। वहां सामान्य प्रसव का भी सिजेरियन ऑपरेशन किया जा रहा है। और इससे संस्थागत जन्म मृत्यु पंजीकरण भी असर पड़ रहा है।
वहीं बिहार राज्य चिकित्सा कर्मचारी संघ एटक बेगूसराय के बैनर तले बेमियादी हड़ताल पर बैठे एम्बुलेंस कर्मी चालक मुकेश कुमार उर्फ बड़ा बाबू ने कहा कि यह बहरी और गुंगी सरकार है।जो अपने स्वार्थ के लिए प्रदेश भर में चालक एवं ईएमटी को निजी कम्पनियों के हाथों विगत छः वर्षों से बेचते आ रही है। इसका सुधी लेने वाला कोई नहीं है। ना ही अस्पताल प्रशासन और ना ही जिला प्रशासन। वहीं ईएमटी सुधीर कुमार पासवान ने कहा कि पूरे जिले में रोगी त्रस्त है और संचालक एजेंसी मस्त है।
बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट