एम्बुलेंस कर्मियों के साथ जब-तक कोई ठोस निर्णय नहीं तब तक निरंतर रूप से हड़ताल जारी रहेगा – रामानन्द कुमार

 

डीएनबी भारत डेस्क

इन दिनों बेगूसराय जिले के बरौनी सहित सभी अस्पतालों में स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। साथ ही इमरजेंसी पेसेंटों की संख्या में बड़ी गिरावट दर्ज की जा रही है। इसका प्रभाव उन बेसहारों, गरीबों सीधे तौर पर पड़ रहा है। साथ ही इससे प्राईवेट अस्पतालों की चांदी कट रही है।‌ वहां सामान्य प्रसव का भी सिजेरियन ऑपरेशन किया जा रहा है। और इससे संस्थागत जन्म मृत्यु पंजीकरण भी असर पड़ रहा है।

वहीं बिहार राज्य चिकित्सा कर्मचारी संघ एटक बेगूसराय के बैनर तले बेमियादी हड़ताल पर बैठे एम्बुलेंस कर्मी चालक मुकेश कुमार उर्फ बड़ा बाबू ने कहा कि यह बहरी और गुंगी सरकार है।जो अपने स्वार्थ के लिए प्रदेश भर में चालक एवं ईएमटी को निजी कम्पनियों के हाथों विगत छः वर्षों से बेचते आ रही है। इसका सुधी लेने वाला कोई नहीं है। ना ही अस्पताल प्रशासन और ना ही जिला प्रशासन। वहीं ईएमटी सुधीर कुमार पासवान ने कहा कि पूरे जिले में रोगी त्रस्त है और संचालक एजेंसी मस्त है।

जिला प्रबंधक कम्पनी के खाते में पैसा डालने में मस्त है।तो इधर बेगूसराय की जनता त्रस्त है। आगे उन्होंने कहा कि कागज पर सरकार का काम बहुत अच्छे ढंग से चल रहा है। वहीं एम्बुलेंस कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष रामानन्द कुमार ने कहा कि कर्मचारी के बीच भुखमरी की समस्या उत्पन्न हो चुकी है। थक हार कर सभी कर्मचारियों ने यह निर्णय लिया है की जब-तक सरकार और कम्पनी ईएमटी और चालक के साथ कोई ठोस निर्णय नहीं लेती है तब तक निरंतर रूप से हड़ताल जारी रहेगा।

यहां बताते चलें कि एम्बुलेंस कर्मचारियों का यह बेमियादी हड़ताल विगत 5 जून से शुरू हुई है और शनिवार को चौथे दिन के समाचार संकलन तक निरंतर रूप से हड़ताल जारी था। मौके पर समुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र बरौनी के चालक चिरंजीवी महाराज, मुकेश कुमार पासवान, ईएमटी रामप्रीत कुमार, मनोज कुमार एवं राजकुमार राय, राजीव कुमार, प्रमोद राय, सुमन कुमार, संजीव कुमार, पंकज कुमार सहित अन्य उपस्थित थे।

बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट