डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के एम्बुलेंस चालक के हड़ताल पर जाने से मरीजों को फजीहत का सामना करना पड़ रहा है। मानव जीवन का मूल आधार स्वास्थ्य पर निर्भर करता है। स्वस्थ तन में ही मन स्वस्थ रह सकता है। स्वस्थ मन में ही ईश्वर का निवास होता है और संसार का मूल आधार मानव जीवन है । स्वास्थ की लाईफ लाइन एंबुलेंस को कहा गया है। लेकिन इन दिनों एम्बुलेंस कर्मचारी संघ बेगूसराय के द्वारा बुधवार से किए जा रहे अनिश्चित कालीन हड़ताल ने बरौनी बेगुसराय में स्वास्थ्य विभाग की कमर ही तोड़ डाली है।
उन्होंने कहा कि एंबुलेंस सेवा ठप हो जानें से इमरजेंसी और आम पैसेंट निजी वाहनों पर निर्भर हो गया है। तथा इससे उन पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है। मिली जानकारी अनुसार एंबुलेंस कर्मियों का शोषण किया जा रहा है। उन्हें उनके कार्य के अनुपात में सरकार द्वारा अधिकृत न्योक्ता द्वारा उचित मानदेय नहीं दिया जाता है । उन्हें ना तो अबतक न्युक्ति पत्र मिला है और ना ही परिचय पत्र। और देखें तो उन्हें भुगतान किए जा रहे मानदेय का पे स्लीप भी नहीं मिलता है। सबसे तवज्जो की बात यह कही जा रही है की जबसे पी डी पी एल कम्पनी एच पी सम्मान फाउंडेशन एंड पी डी पी एल कंस्टोडीयन से अलग हो कर अकेले संचालन कर रही है तब से बिना ही अनुमति के धड़ल्ले से न्युक्ति कर रही है।
बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट