छात्रो का आरोप:-कई घंटे तक कॉलेज परिसर में बंधक बनाए रखा गया ,चंडी थाना की पुलिस ने सभी छात्रो को बंधक से मुक्त करवाया
डीएनबी भारत डेस्क
खेल को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य सरकार के द्वारा नालंदा जिले के चंडी प्रखंड में स्थित इंजीनियरिंग कॉलेज आफ चंडी में 26 दिसंबर से 28 दिसंबर तक पटना डिविजनल सपोर्ट फस्ट 2023 के तहत आरंभ कार्यक्रम का आयोजन किया गया था। जिसमें कैमूर बक्सर बख्तियारपुर भोजपुर सासाराम इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र-छात्राओं ने हिस्सा लिया था।
इस कार्यक्रम के तहत कबड्डी वालीबाल क्रिकेट समेत कई तरह के खेल प्रतियोगिताओं का आयोजन इंजीनियरिंग कॉलेज आफ चंडी के प्रांगण में आयोजन किया गया था, 27 दिसंबर को अचानक उस वक्त इंजीनियरिंग कॉलेज आफ चंडी खेल परिसर अचानक रणक्षेत्र में तब्दील हो गया। इस दौरान दो छात्र गुटों के बीच हूंटिंग को लेकर जमकर मारपीट हुई। जिसमें चार छात्र जख्मी हो गए।
छात्रों का आरोप है कि खेल के दौरान पूरी तरह से पारदर्शिता नहीं बरती गई थी। कैमूर और सासाराम की जीत से चंडी कॉलेज आफ इंजीनियरिंग के छात्र काफी नाराज हो गए। बाहर से आए हुए खिलाड़ियों के साथ अभद्र व्यवहार भी किया गया।इसी से नाराज छात्र-छात्राओं एवं खिलाड़ियों ने जमकर बवाल काटा। छात्रों का आरोप है कि उन्हें कई घंटे तक कॉलेज परिसर भी बंधक बनाए रखा गया।
कई घंटे तक चंडी थाना पुलिस की टीम मौके पर मौजूद रही तब जाकर सभी बंधक छात्रों को छोड़ा गया। वही इस मामले में कॉलेज के प्रिंसिपल श्रीराम ने कैमरे के सामने बोलने से परहेज किया। छात्रों को बंधक और कॉलेज प्रबंधन के ऊपर लगाए गए सभी आरोपों पर गलत और बुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि चंडी इंजीनियरिंग कॉलेज के दो छात्रों को पूछताछ के लिए डिटेन किया गया है।
कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम भी शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो गया। उन्होने कालेज परिसर के अंदर किसी भी घटना घटित होने से इनकार किया है।
ऋषिकेश संवाददाता नालंदा