डीएनबी भारत डेस्क
मंगलवार को को जिला पदाधिकारी-सह-अध्यक्ष जिला सड़क सुरक्षा समिति रौशन कुशवाहा की अध्यक्षता में जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक कारगिल विजय सभा भवन में आहूत की गई। इस अवसर पर सिविल सर्जन डॉ प्रमोद कुमार सिंह, जिला परिवहन पदाधिकारी राजेश कुमार सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी शर्मिला राय, जिला जन-संपर्क पदाधिकारी सहित मोटरयान निरीक्षक, प्रवर्तन अवर निरीक्षक, कार्यपालक अभियंता बेगूसराय एवं पथ निर्माण प्रमंडल सहित एनएचएआई के प्रतिनिधि एवं बस वाहन संगठनों के प्रतिनिधि आदि मौजूद थे।
बैठक में जिलाधिकारी रोशन कुशवाहा ने जिला अंतर्गत सड़क सुरक्षा से संबंधित विभिन्न मामलों की समीक्षा के क्रम में सभी संबंधित पदाधिकारियों को नगर क्षेत्र में बेहतर यातायात प्रबंधन के साथ-साथ जिला अंतर्गत सड़क सुरक्षा हेतु आवश्यक मानकों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करने को दिशा निर्देश दिया। इसी दौरान उन्होंने पुलिस उपाधीक्षक (यातायात) को टाउनशिप से पावर हाउस चौक के बीच में नॉन-पार्किंग जोन में वाहन खड़ा करने वालों के विरुद्ध निरोधात्मक कार्रवाई करने के साथ-साथ राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे संचालित गैरेजों में यातायात व्यवस्था बाधित करने वाले गैरेज मालिकों के विरुद्ध भी नियमानुसार कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
समीक्षा के क्रम में उन्होंने लोहियानगर ओवरब्रीज पर संस्थापित लाईट के बाधित रहने के कारणों के संबंध में उप नगर आयुक्त बेगूसराय से विस्तारपूर्वक जानकारी प्राप्त की तथा लाईट के सुचारू संचालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। इसी क्रम में जिला पदाधिकारी ने कार्यपालक पदाधिकारी पथ निर्माण प्रमंडल से काली स्थान चौक के आसपास के क्षेत्रों में चौड़ीकरण से संबंधित कार्यों को यथाशीघ्र प्रारंभ करने का भी निर्देश दिया। बैठक के दौरान जिला पदाधिकारी ने जिले में दुर्घटना बाहुल्य स्पॉट्स एवं ब्लैक स्पॉट के रूप में चिन्हित स्थलों पर आवश्यक सुधार करने, अवैध पार्किंग मामले एवं ओवरस्पीड वाहनों के विरुद्ध सख्त मोटर वाहन अधिनियम के तहत कड़ी कार्रवाई करने का भी निर्देश दिया। इस दौरान वाहनों पर स्पीड गवर्नर टेप लगाने, यातायात संकेतक चिन्हों की व्यवस्था को सुदृढ़ करने, जिला अंतर्गत विभिन्न सड़कों पर आवश्यकतानुसार जेब्रा क्रॉसिंग का निर्माण करने, सड़कों में तीव्र मोड़ पर रिफ्लेक्टर लगवाने आदि के संबंध में भी सभी संबंधित पदाधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया।
इसी कड़ी में उन्होंने एनएचएआई प्रतिनिधि को राष्ट्रीय राजमार्गों में दिशा तथा स्थलीय दूरी अंकित कराते हुए विभिन्न महत्वपूर्ण स्थलों पर साइनेज स्थापित करने का भी निर्देश दिया। जिला पदाधिकारी ने सिविल सर्जन सहित अन्य संबंधित पदाधिकारियों को सड़क दुर्घटना में घायलों की तत्काल मदद करने अथवा दुर्घटनाग्रस्त व्यक्तियों को ससमय अस्पताल पहुंचाने वाले नागरिकों को गुड सेमेरिटन के रूप चयन करते हुए उसे पुरस्कृत करने के संबंध में भी आवश्यक दिशा-निर्देश दिये। बैठक में स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, पुलिस एवं यातायात विभाग, पथ निर्माण विभाग, एनएचएआई इत्यादि की भूमिकाओं पर विस्तार से विचार-विमर्श किया गया तथा सड़क सुरक्षा सुनिश्चित किए जाने के संबंध में संबंधित विभागों को कई महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए गए।