निरीक्षण के दौरान सभी बाल देख रेख एवं संरक्षण संस्थानों में सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति, परिसर की साफ-सफाई, बच्चों के आवासन, स्वास्थ्य एवं पोषण की स्थिति, उनकी शैक्षणिक स्थिति एवं पठन-पाठन, खेल-कूद तथा मनोरंजन की व्यवस्था आदि का जिलाधिकारी ने जायजा लिया।
डीएनबी भारत डेस्क
जिलाधिकारी बेगूसराय रोशन कुशवाहा ने गुरुवार 17 नवंबर को जिला निरीक्षण समिति, बेगूसराय द्वारा जिले में संचालित बाल देख-रेख एवं संरक्षण संस्थानों का निरीक्षण किया। निरीक्षणोपरांत जिलाधिकारी ने कहा कि समाज कल्याण विभाग अंतर्गत जिला बाल संरक्षण ईकाई, बेगूसराय के द्वारा जिले में बाल देख-रेख संस्थानों यथा बालिका गृह, बाल गृह तथा विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान का संचालन किया जा रहा है। जिला निरीक्षण समिति द्वारा प्रत्येक त्रैमासिक में नियमित तौर पर इन संस्थानों का निरीक्षण किया जाता है तथा इसी क्रम में आज समिति सदस्यों द्वारा बाल गृह तथा विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान का निरीक्षण किया गया।
निरीक्षण के दौरान सभी बाल देख रेख एवं संरक्षण संस्थानों में सुरक्षा व्यवस्था की स्थिति, परिसर की साफ-सफाई की स्थिति, बच्चे, बच्चियों के आवासन, स्वास्थ्य एवं पोषण की स्थिति, उनकी शैक्षणिक स्थिति एवं पठन-पाठन, खेल-कूद तथा मनोरंजन की व्यवस्था आदि का जायजा लिया गया तथा विभागीय निर्देशों का अक्षरशः पालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। इस क्रम में इन देख-रेख संस्थानों में आवासित शारीरिक एवं मानसिक रूप से दिव्यांग बालक, बालिकाओं पर विशेष ध्यान देने का भी निर्देश देने के साथ-साथ मानसिक रूप से वैसे दिव्यांग बालक जिसकी आयु 18 वर्ष या उससे अधिक है, को शिफ्ट करने हेतु सहायक निदेशक बाल संरक्षण को विभाग को पत्राचार करने का निर्देश दिया।
इसके साथ ही बाल गृह में गृह पिता के खाली पद पर पदस्थापन हेतु भी विभाग से समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया गया। निरीक्षण के क्रम में उन्होंने सभी आवासितों का मासिक तौर पर चिकित्सीय जांच करने के साथ ही सभी आवासितों का आधार कार्ड बनवाने का भी निर्देश दिया। निरीक्षण समिति द्वारा सर्वप्रथम समिति सदस्यों द्वारा बाल गृह के निरीक्षण के क्रम में बालगृह परिसर के विभिन्न हिस्सों के साथ ही विभिन्न कमरों, शौचालयों, रसोईघर, स्टोर रूम आदि का जायजा लेने के साथ-साथ आवासिती से संबंधित संचिकाओं का निरीक्षण किया गया। इस दौरान बालकों के बालगृह में प्रवेश, उनके आवासन तथा पुनर्वासन, उनके शिक्षा के लिए किए जा रहे प्रयासों, स्वास्थ्य स्थिति एवं चिकित्सा सुविधाओं की उपलब्धता, खेल-कूद की व्यवस्था एवं सुरक्षा व्यवस्था आदि के संबंध में जानकारी प्राप्त की गई।
निरीक्षण के क्रम में आवासित बालआवास को दिए जाने वाले भोजन की मात्रा तथा गुणवत्ता के संबंध में भी फीडबैक प्राप्त किया गया तथा बाल गृह के कर्मियों को गृह में आवासित बच्चों को पर्याप्त मात्रा में पोषणयुक्त भोजन उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया। इस दौरान बाल गृह परिसर के विभिन्न हिस्सों तथा आवासित बालकों द्वारा उपयोग में लाए जाने वाला कपड़ा एवं अन्य दैनिक वस्तुओं आदि की समुचित साफ-सफाई का निर्देश दिया गया। समिति सदस्यों द्वारा संस्थानों की विभिन्न पंजियों की बारीकी से जांच करने के साथ ही संस्थान में बच्चों की सुरक्षा एवं आगंतुकों की निगरानी के लिए संस्थापित सीसीटीवी के सुचारू रूप से चलने की भी जांच की गई तथा आवश्यक निर्देश दिए गए। इसके उपरांत विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान का निरीक्षण किया गया जहां आवासित बालक,बालिकाओं के स्वास्थ्य एवं पोषण, चिकित्सीय सुविधा की उपलब्धता, शिक्षा एवं मनोरंजन आदि से संबंधित व्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त की गई इस क्रम में विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान के समन्वयक को नियमित रूप से आवासित बच्चों, शिशुओं का वजन माप कर रिकार्ड संधारण करने के साथ-साथ नियमित रूप से स्वास्थ्य अनुश्रवण करने का निर्देश दिया।
इस अवसर पर असैनिक शल्य चिकित्सक- सह-मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. प्रमोद कुमार सिंह, सहायक निदेशक बाल संरक्षण श्रीमती गीतांजली प्रसाद, सदस्य जिला बाल कल्याण समिति श्रीमती प्रीति गौतम, डीपीओ (सर्व शिक्षा) मो. जमाल मुस्तफा, बाल संरक्षण पदाधिकारी श्री राकेश कुमार, बाल संरक्षण पदाधिकारी श्री सुजीत कुमार, सचिव, माया कौशल्या फाउंडेशन श्री रोशन कुमार, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट श्रीमती प्रतिमा कुमारी सहित अन्य सभी संबंधित पदाधिकारी एवं सदस्य मौजूद थे।