निदेशक (अनुसंधान एवं विकास) ने बरौनी रिफाइनरी का किया दौरा।
डॉ एसएसवी रामाकुमार, निदेशक (अनुसंधान एवं विकास) दो दिवसीय बरौनी रिफाइनरी के दौरे पर हैं उनके नेतृत्व में स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत स्वच्छ और हरित पर्यावरण का संदेश देने हेतु एक साइकिल रैली का आयोजन किया गया जिसकी शुरुआत बरौनी रिफाइनरी के गेस्ट हाउस से की गई। इस रैली में डॉ रामाकुमार को साथ देने के लिए बरौनी रिफाइनरी के अधिकारियों, सीआईएसएफ, बीटीएमयू और आईओओए के प्रतिनिधियों ने बढ़-चढ़ कर भाग लिया।
वहीं कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख आर के झा ने कार्यपालक निदेशक (आरटी) अनुसंधान एवं विकास केन्द्र डाॅ मधुसूदन साव, कार्यपालक निदेशक (तकनीकी) सत्यप्रकाश, मुख्य महाप्रबंधक (परियोजना) जीआरके मूर्ति, मुख्य महाप्रबंधक (मानव संसाधन) डाॅ प्रशांत राउत, मुख्य महाप्रबंधक- ईआरपीएल रणधीर कुमार एवं बरौनी रिफाइनरी के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में डॉ रामाकुमार का स्वागत किया।
इसके पश्चात डॉ रामाकुमार के सम्मान में डीसी, सीआईएसएफ नवीन कुमार के नेतृत्व में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। बरौनी रिफ़ाइनरी के ध्येय ‘हर कदम प्रकृति के संग’ को चरितार्थ करना है। वहीं उनके द्वारा बरौनी रिफाइनरी इको पार्क में वरिष्ठ अधिकारियों, बीटीएमयू और आईओओए के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में डॉ रामाकुमार द्वारा वृक्षारोपण भी किया गया। इस अवसर पर उन्होंने बरौनी रिफ़ाइनरी के इको पार्क की सराहना की।
इसके पश्चात बरौनी रिफाइनरी के प्रशासनिक भवन में डॉ रामाकुमार के साथ समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। कार्यपालक निदेशक एवं रिफाइनरी प्रमुख आरके झा ने बरौनी रिफ़ाइनरी टीम की ओर से डॉ रामाकुमार का अभिनंदन किया। इस अवसर पर आईओओए के विनोद कुमार, सचिव और पीयूष कुमार राय, सीईसी बीटीएमयू के एके सिंह, कार्यकारी अध्यक्ष संजीव कुमार, अतिरिक्त महासचिव तथा विप्स एवं अन्य प्रतिनिधियों ने डॉ रामाकुमार को सम्मानित किया।
श्री रामाकुमार ने बरौनी रिफ़ाइनरी, ईआरपीएल, बरौनी तथा बरौनी मार्केटिंग डिवीज़न के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में भाग लिए जिसमें उन्होंने अनेकों मुद्दों पर चर्चा किया। इस अवसर पर उप महाप्रबंधक (टीएस) देवराज अर्श एवं मुख्य प्रबन्धक (ईएमएस, सीएसआर) नीरज कुमार के द्वारा बरौनी रिफ़ाइनरी पर विस्तृत प्रस्तुति दी गई। डॉ मधुसूदन साव, कार्यपालक निदेशक (आरटी), अनुसंधान एवं विकास केंद्र ने भी इंडियन ऑयल द्वारा विकसित विभिन्न स्वदेशी तकनीकों पर प्रस्तुति दी।
इसके पश्चात डॉ रामाकुमार ने बरौनी रिफ़ाइनरी में इंडजेट यूनिट, एमएसक्यू कंट्रोल रूम, बीआर-09 परियोजना स्थलों और डीईएफ़ प्लांट आदि का दौरा किया। संध्या को ऑफिसर क्लब में कर्मचारियों के साथ संवाद कार्यक्रम में संबोधित करते हुए उन्होंने कहा “इंडजेट, इंडमैक्स, इंड-कोक जैसी तकनीकों और जैव-समाधानों की मेजबानी के साथ, बरौनी रिफाइनरी इंडियन ऑयल आरएंडडी द्वारा विकसित स्वदेशी तकनीकों को क्रियान्वयन करने का नया केंद्र है।
” भारत में रिफाइनरियों के भविष्य पर उन्होंने कहा, “हमारे देश में आने वाले दशकों में पारंपरिक ईंधन की मांग में वृद्धि होने वाली है। यह इंडियन ऑयल द्वारा हमारी रिफाइनरियों के विस्तार को बल प्रदान करता है। साथ ही भविष्य में रिफाइनरियों के सतत विकास हेतु इंडियन ऑयल रिफाइनरियों के पेट्रोकेमिकल एकीकरण में भी निवेश कर रहा है।”