डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय में खुशियों का त्योहार दीपावली में महज एक सप्ताह शेष है। बाजारों में शनैय की शंठी से निर्मित हुक्का पाती की मांग बाजारों में बढ़ गयी है। छोटे छोटे किसान व व्यापारी शनैय और खोर से बनी हुक्का पाती को लेकर टोले मुहल्ले घूम घूम कर 15 से 20 रुपये में बेच रहे हैं।
क्या अमीर क्या गरीब सब लोग इस हुक्का पाती को खुशी खुशी जरूर खरीदते हैं। पुराने जमाने से ही दीपावली के दिन इसी हुक्का पाती से घर के प्रधान पुष्प और अक्षत हाथ मे लेकर इस हुक्का पाती को जलाते हैं और घर मे अपने इष्टदेव के समीप स्वास्ति वाचन करने उपरांत लक्ष्मी घर दरिद्रता बाहर मंत्रोच्चार के सात अधिशिप्त कर हुक्का पाती खेलते है और फिर घर से बाहर फेंक देते है।
सुबह में उससे पांच शंठी चुनकर घर मे रख देते हैं और ऐसा करना शुभ मानते हैं। आधुनिकता के दौर में भी दीपावली पर्व में यह पुरानी संस्कृति गांव देहात में आज भी जीवित है। जो दीपावली की खूबसूरती को बढ़ाती है। इन्ही मान्यताओं के कारण देहातो में शंठी वाले हुक्का पाती की काफी मांग है।
बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट