डीएनबी भारत डेस्क
दिनकर पुस्तकालय, सिमरिया के पूर्व सचिव मुचकुंद मोनू की 41वीं जयंती सह मेधा सम्मान समारोह शनिवार को राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर स्मारक प्लस टू स्कूल सिमरिया के प्रांगण में आयोजित किया गया। दिनकर स्मृति विकास समिति, सिमरिया के तत्वावधान में आयोजित समारोह की अध्यक्षता दिनकर पुस्तकालय के अध्यक्ष विश्वंभर सिंह एवं संचालन राजेश कुमार ने किया। स्वागत भाषण स्कूल के प्राचार्य कुलदीप सिंह यादव एवं धन्यवाद ज्ञापन रामनाथ सिंह ने किया। सामाजिक कार्यों में मुचकुंद की भूमिका विषयक गोष्ठी का विषय प्रवेश पत्रकार प्रवीण प्रियदर्शी ने किया।
उन्होंने कहा कि मुचकुंद के संघर्ष से हम सबको सीख लेने की जरूरत है। दिनकर पुस्तकालय एवं सामाजिक बदलाव में मुचकुंद की भूमिका को कभी भुलाया नहीं जा सकता। तेघड़ा विधायक रामरतन सिंह ने कहा कि मुचकुंद के बताए रास्ते पर चलने का संकल्प लेने की जरूरत है। मुचकुंद किसी भी क्रांतिकारी से कम नहीं थे। उन्होंने दिनकर प्लस टू स्कूल में शिक्षक होने को गौरवपूर्ण बताया और शिक्षकों से आह्वान करते हुए कहा कि इस अनुरूप शिक्षकों को खड़ा उतरने की जरूरत है। भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष राजकिशोर सिंह ने कहा कि मुचकुंद ने गांव को संभालने व समाज को आगे बढ़ाने का काम किया। मुचकुंद मोनू जैसा व्यक्ति हर गांव में दो-दो हो जाए तो उस गांव का कायाकल्प हो जाएगा।
भारद्वाज गुरुकुल के निदेशक शिव प्रकाश भारद्वाज ने कहा कि बिहार को मजदूर प्रदेश बनाया जा रहा है। देश में हुनरमंद लोगों की कमी है। उन्होंने बच्चों को अनुशासन का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि आबादी तो बढ़ रही है लेकिन पढ़ने वालों की संख्या घट रही है। मोबाइल के कुप्रभाव से बच्चों को सावधान रहने की जरूरत है। भाकपा नेता राजकिशोर सिंह ने कहा कि सामाजिक व सांस्कृतिक बदलाव में मुचकुंद के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता। वहीं प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के महासचिव मुकेश प्रियदर्शी ने कहा कि मुचकंद को साहित्य से गहरा लगाव था। समारोह को प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश कुमार, दिनकर स्मृति विकास समिति के अध्यक्ष कृष्ण कुमार शर्मा, उपाध्यक्ष कैलाश सिंह, मुखिया प्रतिनिधि गोपाल कुमार आदि ने संबोधित किया।
दिनकर स्मृति विकास समिति की ओर से अतिथियों को अंगवस्त्र से सम्मानित किया गया। अतिथियों के स्वागत में विद्यालय के शिक्षक सुनील कुमार के नेतृत्व में अमृतराज, पायल, खुशी, श्रेया, साक्षी, रजनीश ने दिनकर के गीत प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के दूसरे सत्र में आलोक कुमार को मुचकुंद मेधा सम्मान दिया गया। सम्मान के तौर पर 5 हजार रुपए नकद राशि एवं पशस्ति पत्र दिया गया। वहीं प्रतियोगिता में शामिल होने वाले सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र अतिथियों ने दिया।
मौके पर राजेन्द्र राय नेताजी, पंसस वकील रजक, लक्ष्मणदेव कुमार, जितेन्द्र झा, रामानुज राय, विनोद बिहारी, संजीव फिरोज, ललन कुमार सिंह, प्रदीप कुमार, अमरदीप सुमन, अशोक पासवान, जनार्दन राय, मनीष कुमार समेत विद्यालय के शिक्षक भुवनेश्वर दास, फखरूल्लाह, विजय कुमार, शंभु कुमार, संध्या कुमारी, अमरजीत कुमार, रंजु देवी, लोपामुद्रा, मुन्ना कुमार, सुबोध कुमार, मानस पांडेय समेत स्कूल के छात्र-छात्राएं मौजूद थे।
बेगूसराय बीहट संवाददाता धरमवीर कुमार की रिपोर्ट