डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के बछवाड़ा प्रखंड कार्यालय में सोमवार को 9 सूत्री मांगों को लेकर भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन किया। धरना प्रदर्शन के दौरान कार्यकर्ताओं ने पदाधिकारियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
धरना की अध्यक्षता जिला परिषद सदस्य राजेश शर्मा कर रहे थे। धरना को संबोधित करते हुए बछवाड़ा पूर्व विधायक सह जिला मंत्री अवधेश कुमार राय ने कहा कि बाढ़ और सुखार किसानो की सबसे बड़ी समस्या है। बाढ़ और सुखार के कारण किसानो की खेती चौपट हो गयी है। सरकार की ओर से बार बार घोषणा किये जाने के बावजूद कृषि पदाधिकारी की लापरवाही के कारण किसानो को आज तक कोई लाभ नही मिल सका। जबकि दियारे के पांच पंचायत बाढ़ के चपेट में आने के कारण तथा गंगा तेरह पंचायत सुखार रहने के कारण फसल बर्बाद हो गया। लेकिन बछवाड़ा को ना तो बाढ़ और ना ही सुखार घोषित किया गया।
उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायत का चुनाव को एक वर्ष बीत चुके है। लेकिन विकास का काम नही हो रहा है। जबकि बहुत ऐसे पंचायत है जिसमें एक करोड़ से अधिक राशि रखा हुआ है। दो अक्टूबर को सरकार के द्वारा प्रत्येक पंचायत में ग्राम सभा कराने का निर्देश के बावजूद पदाधिकारी की लापरवाही के कारण ग्राम सभा नही किया गया। उन्होने कहा कि किसी योजना में एक करोड़ की राशि का एस्टीमेट बनाकर मात्र दस लाख रुपया का काम किया जाता है। नब्बे लाख रुपये का घोटाला पदाधिकारीयो व संवेदक के मिलीभगत से किया जा रहा है। यह एक विभाग का मामला नही है मनरेगा योजना, प्रखंड के पंद्रहवी वित्त आयोग,छठ्ठी वित्त आयोग में हो रहा है। घोटाला की सांस्कृतिक भाजपा सरकार के शासन काल में जो चली वो बंद नही हो रही है। पदाधिकारी भष्ट्राचार में लिप्त है।
हम इस धरना के माध्यम से पदाधिकारी को अगाह करना चाहते है कि बिहार राज्य में सरकार बदली है। समाजिक न्याय व जनता को अधिकार देने वाली सरकार बनी है। बावजूद पदाधिकारी अपना रास्ता नही बदलते है तो हम इन पदाधिकारी को सबक सिखाने का काम करेगे। बछवाड़ा में हमेशा पदाधिकारियों को सबक सिखाने का काम किया है। इसलिए बछवाड़ा में घोटाला, अपराधियो का बोलबाला, ठेकेदारों द्वारा लूट को बंद किया जाय और किसानो को समय से खाद बीज उपलब्ध कराया जाय, मनरेगा के तहत मंजदुरो को काम मुहैया किया जाय। वही धरना को संबोधित करते हुए एआईएसएफ के अंचल सचिव सचिव सत्यम भारद्वाज ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा अग्निवीर योजना में 4 साल का समय सीमा कर सरकार के द्वारा छात्रों के साथ धोखाधड़ी की जा रही है। जब छात्रों के द्वारा अग्निवीर योजनाओं का विरोध किया गया तो प्रशासन के द्वारा उन अग्निवीर योजनाओं में विरोध करने वाले छात्रों को झूठे मुकदमे में फंसा कर जिनके हाथों में कलम होना चाहिए वह आज खेत खलिहान में झुकने को मजबूर हैं। सरकार के द्वारा छात्रों पर चलाए गए मुकदमे को वापस नहीं लेता है। तो छात्रों के द्वारा आंदोलन किया जाएगा।
वही अंचल मंत्री भुषण सिंह, मुखिया रामदेव सहनी, अनिल राय, बीरबल राम, सुजीत सहनी, सरिता राय, प्यारे दास, राम विलास यादव, राम नरेश चौधरी ने धरना को संबोधित करते हुए कहा कि बाढ़ सुखार के कारण किसानो कि स्थिति दैनिय हो गयी है। खेती के लिए किसानो को बैंक से ऋण मुहैया किया जाय। किसानो को फसल सिचांई के लिए अनुदान दर पर डीजल उपलब्ध कराया जाय। किसानो के दाखिल खारीज के आवेदन का अविलंब निष्पादन किया जाय। वर्ष 2011 से जनप्रतिनिधी का लंबित मानदेय की बकाया राशि का भुगतान किया जाय। अग्नि वीर बहाली के विरोध मे आंन्दोलन करने वाले छात्रो पर किये गये मुकदमा को वापस लिया जाय। कार्यकर्ता ने कहा की हमारी 9 सूत्री मांगो को पूरा नहीं किया गया तो सीपीआई कार्यकर्त्ता के दुआर उग्र आन्दोलन किया जायेगा। धरना ने विभिन पंचायत के सैकड़ों सीपीआई कार्यकर्ता मौजूद थे।
बछवाड़ा, बेगूसराय से सुजीत कुमार