एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा
डीएनबी भारत डेस्क
समस्तीपुर:जीविका कैडरों को 25 हजार रूपये मानदेय समेत अन्य दस सूत्री मांगों के समर्थन में जीविका कैडर संघ जिला ईकाई के बैनर तले जीविका समूह की महिलाओं ने अनिश्चितकालीन हडताल करते हुए जिला मुख्यालय में विरोध प्रदर्शन किया.
इस दौरान हडतालियों ने हाथों में बैनर पोस्टर के साथ सरकारी बस पड़ाव से पैदल मार्च निकालते हुए समाहरणालय के समक्ष घेराव किया और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
संगठन के जिलाध्यक्ष कुमार अनुपम ने कहा कि बिहार में ग्रामीण विकास मंत्रालय भारत सरकार के राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत संचालित जीविका परियोजना ने महिला सशक्तिकरण की अलख जगाने के साथ साथ गांव की तस्वीर और तकदीर बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. इसके बाबजूद वह सरकार से उपेक्षित है.
इसको मिलने वाली राशि में कटौती की गई. पारिश्रमिक इतनी कम है कि गुजारा भत्ता करना मुश्किल हो रहा है. इसके उपरांत जिलाध्यक्ष के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा. इसमें सभी कैडरों को जीविका की ओर से नियुक्ति पत्र एवं पहचान पत्र देने, मानदेय “कंट्रीब्यूशन सिस्टम” पर अविलंब रोक लगाने, सभी कैडरों का मानदेय कम से कम 25 हजार मानदेय और नियमित करने,
काम से हटाने की धमकी पर रोक लगे और धमकी देने वाले पर सख्त क़ानूनी कार्रवाई करने, सभी कैडरों का क्षेत्र भ्रमण भत्ता कम से कम 3000 देने, महिला विकास निगम (WDC) के अस्तित्व को बरकार रखते हुए FDE/CEO का मानदेय वृद्धि करने, सभी अध्यक्ष, सचिव और कोषाध्यक्ष को क्रमशः संकुल (C.L.F) स्तर पर 500, ग्राम संगठन (V.O) स्तर पर 300, स्वयं सहायता समूह (S.H.G) स्तर पर 200 रुपये बैठक भत्ता देने,
पांच साल पुराने सभी जीविका दीदियों का ऋण माफ करने, परियोजना में तीन साल पूरा करने वाले कैडरों के लिए स्टाफ के रूप में पदोन्नति की व्यवस्था करने, सभी कैडरों को सामाजिक सुरक्षा का लाभ, अवकाश, महिला कैडरों को बिशेष अवकाश (S.L), मातृत्व अवकाश, 2 लाख का मेडिक्लेम एवं 5 लाख का डेथ क्लेम देने की मांग की।
समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट