डीएनबी भारत डेस्क
बेगूसराय जिले के खोदावंदपुर अंचल कार्यालय वर्तमान में प्रभारी सीओ के सहारे चलाया जा रहा है। छौड़ाही के अंचलाधिकारी को खोदावंदपुर का अतिरिक्त प्रभार दिया गया हैं। प्रभार मिलने के बावजूद अंचलाधिकारी खोदावंदपुर अंचल कार्यालय में बैठना,लोगों की समस्याओं को सुनना और निदान करने के लिए कदम उठाना मुनासिब नहीं समझा रहे हैं। समस्या देखना तो दुर कार्यालय आना भी उचित नहीं समझ रहे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि अंचलाधिकारी के अनुपस्थित रहने से राजस्व संबंधी विभिन्न कार्यों के निष्पादन हेतु अंचल कार्यालय पहुंचने वाली आम जनता निराश होकर बैरंग वापस अपने घर को लौट रहे है।
आम जनों की शिकायत पर दैनिक अखबार कि टीम ने मंगलवार की दोपहर जब अंचल कार्यालय खोदावंदपुर का निरीक्षण किया तो अंचलाधिकारी का कक्षा खुला हुआ था,लेकिन कुर्सी खाली था। पूछने पर लोगों ने बताया कि साहब आज नहीं आए हैं। अंचल नजारत में भी ताला लगा हुआ था। अंचल कार्यालय खुला था जिसमें प्रधान सहायक एवं कुछ कर्मी मौजूद थे। सीओ साहब के खोदावंदपुर अंचल कार्यालय में नहीं बैठने से बाबू लोग भी अपने मन मर्जी से काम करते हैं ।कोई किसी का सुनने वाला नहीं है। वही मेघौल निवासी अमित आनंद ने बताया कि दाखिल खारिज मामले का नकल लेने के लिए आए थे। लेकिन एक माह से कार्यालय का चक्कर लगा रहे हैं बावजूद हमें आज तक नकल नहीं मिल सका है। उन्होंने बताया कि रिकॉर्ड नाजिर साहब के रूप में है वह आएंगे तब होगा।
बेगूसराय खोदावंदपुर संवाददाता नितेश कुमार की रिपोर्ट