डीएनबी भारत डेस्क
जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने सूबे के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर विकास की अनदेखी का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के लिए बिहार का विकास प्राथमिकता नहीं है। वो बिहार के लोगों के लिए रोजगार, शिक्षा और आम लोगों की सुरक्षा के बारे में सोचते तक नहीं हैं। उनकी प्राथमिकता केवल किसी प्रकार से मुख्यमंत्री बने रहना है, चाहे भाजपा के साथ रहना पड़े या फिर राजद के साथ। बिहार की जनता कैसी भी हालत में हो उससे नीतीश कुमार पर कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन किसी प्रकार से मुख्यमंत्री की कुर्सी उन्हीं के पास रहे उन्हें बस इसी बात की चिंता है।
प्रशांत किशोर ने पार्टियों का नाम लेते हुए कहा कि नीतीश कुमार को पता है कि बिहार में वोट चाहे भाजपा को पड़े, राजद को पड़े या कांग्रेस को लेकिन मुख्यमंत्री की कुर्सी पर सिर्फ नीतीश कुमार ही बैठते हैं, इस बात को लेकर नीतीश कुमार के मन में अहंकार आ गया है, ये एक बड़ी परेशानी है। इससे बिहार को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कोरोना काल का जिक्र करते हुए प्रशांत ने कहा कि कोरोना के समय हजारों लोगों की मृत्यु हो गई और हजारों युवा परेशान थे, लेकिन नीतीश कुमार अपने बंगले से भी नहीं निकले।