डीएनबी भारत डेस्क
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज 4, देशरत्न मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल हुए। ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 44 लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए। आज ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में सामान्य प्रशासन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, वित्त विभाग, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग, सूचना प्रावैधिकी विभाग, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, श्रम संसाधन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज विभाग, ऊर्जा विभाग, पथ निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, जल संसाधन विभाग, उद्योग विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग, परिवहन विभाग, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, योजना एवं विकास विभाग, पर्यटन विभाग, भवन निर्माण विभाग, वाणिज्य कर विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, गन्ना (उद्योग) विभाग तथा विधि विभाग से संबंधित मामलों पर सुनवाई हुयी।
जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में कटिहार जिले से आए एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से फरियाद करते हुए कहा कि मेरे पिताजी सरकारी कर्मचारी थे उनका वर्ष 2017 में निधन हो गया था लेकिन अब तक अनुकंपा पर न नौकरी मिली और नहीं कोई सुविधा मिली। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। सहरसा जिले से आये एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से निवेदन करते हुए कहा कि हमारे यहां अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनना था मगर अब तक अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र की स्थापना नहीं हो सकी है। मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।
बक्सर जिले से आये एक युवक ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि वर्ष 2016 से लगातार नाले के पानी से काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। हर स्तर पर गुहार लगायी गई लेकिन अब तक उसके बहाव को ठीक नहीं किया जा सका है। वहीं बक्सर जिले से ही आयी एक युवती ने गुहार लगाते हुए कहा कि कन्या उत्थान योजना का लाभ अब तक नहीं मिल पाया है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। सीतामढ़ी जिले से आए एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि रीगा चीनी मिल को गन्ना उपलब्ध कराए जाने का भुगतान अब तक लंबित है। मुख्यमंत्री ने गन्ना उद्योग विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। पूर्वी चंपारण जिले से आयी एक महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरी माताजी का वर्ष 2021 में ही कोरोना से निधन हो गया लेकिन अब तक अनुदान राशि प्राप्त नहीं हुई। वहीं पूर्वी चंपारण जिले से ही आए एक दिव्यांग ने आग्रह करते हुए कहा दिव्यांगजन को निर्गत किए गए राशन कार्ड में अनियमितता बरती गई है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। औरंगाबाद जिले से आए एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि अनुसूचित जाति- अनुसूचित जनजाति उद्यमी योजना के तहत वर्ष 2019 में पहली किश्त मिली और दूसरी किश्त की राशि अबतक नहीं मिल पायी है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।