जनता के दरबार में सीएम ने 62 लोगों की सुनी समस्याएं, नल जल समेत…

'जनता के दरबार में मुख्यमंत्री' कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री, 62 लोगों की सुनी समस्यायें, अधिकारियों को दिए आवश्यक दिशा निर्देश

 

डीएनबी भारत डेस्क 

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज 4, देशरत्न मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में शामिल हुए। ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने राज्य के विभिन्न जिलों से पहुंचे 62 लोगों की समस्याओं को सुना और संबंधित विभागों के अधिकारियों को समाधान के लिए समुचित कार्रवाई के निर्देश दिए। ‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में सामान्य प्रशासन विभाग, स्वास्थ्य विभाग, शिक्षा विभाग, समाज कल्याण विभाग, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, वित्त विभाग, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण विभाग, अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग, सूचना प्रावैधिकी विभाग, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग, श्रम संसाधन विभाग, आपदा प्रबंधन विभाग, ग्रामीण विकास विभाग, ग्रामीण कार्य विभाग, पंचायती राज विभाग, ऊर्जा विभाग, पथ निर्माण विभाग, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग, कृषि विभाग, सहकारिता विभाग, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, जल संसाधन विभाग, उद्योग विभाग, नगर विकास एवं आवास विभाग, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण विभाग, परिवहन विभाग, पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग, लघु जल संसाधन विभाग, योजना एवं विकास विभाग, पर्यटन विभाग, भवन निर्माण विभाग, वाणिज्य कर विभाग, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग, गन्ना (उद्योग) विभाग तथा विधि विभाग से संबंधित मामलों पर सुनवाई हुयी ।

‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में पूर्वी चंपारण जिले से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा हमारे पंचायत में नल-जल योजना के अंतर्गत जो पेयजल की आपूर्ति की जाती है वह साफ नहीं रहता है। इस संदर्भ में संबंधित अधिकारियों से शिकायत करने के बाद भी अब तक किसी प्रकार का कोई सुधार नहीं हुआ है, जिससे हमलोग दूषित पानी पीने को विवश हैं। मुख्यमंत्री ने लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। कटिहार जिले से आयी एक आंगनबाड़ी सेविका ने गुहार लगाते हुए मुख्यमंत्री से कहा कि सीडीपीओ के द्वारा मुझे लगातार तंग किया जाता है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

पूर्वी चंपारण जिले से आए एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से शिकायत करते हुए कहा कि वर्ष 2017 से प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बनाने के लिए कहा गया था, जो अब तक नहीं बन पाया है। इसके बन जाने से यहां के लोगों को सुविधा होगी। वहीं पूर्वी चंपारण जिले से ही आए एक अन्य फरियादी ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि बाढ़ आपदा के लिए दी जानेवाली सहायता राशि वर्ष 2021 का अबतक नहीं मिला है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभागों को जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। पूर्णिया जिले से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से फरियाद करते हुए कहा कि परमान नदी के कटाव से गांव के लोगों का जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है, इस समस्या का निदान निकाला जाए। मुख्यमंत्री ने जल संसाधन विभाग को जांचकर उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। अररिया जिले से आए एक वृद्ध ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि कोरोना से मृत्यु के मामले में अब तक अनुग्रह राशि का लाभ नहीं मिल सका है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

मुजफ्फरपुर जिले से आयी एक महिला ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि जन वितरण प्रणाली की दूकान को अनुचित ठहराते हुए रद्द कर दिया गया था। उसको फिर से शुरू करने के लिए मोटी रकम की मांग की जा रही है। मुख्यमंत्री ने खाद्य एव उपभोक्ता संरक्षण विभाग को समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। सीवान जिले से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि मेरे गांव में 300 मीटर तक सड़क का निर्माण नहीं होने से गांव के लोगों को आवागमन में काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

बक्सर जिले से आये एक व्यक्ति ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि गांव की सड़क को किसी मुख्य सड़क से नहीं जोड़े जाने से गांव के लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग से समुचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। जहानाबाद जिले से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि मेरे पिता की मृत्यु के बाद अनुकंपा के आधार पर मुझे अब तक नौकरी नहीं मिली है, जिससे परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग से उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। शिवहर जिले से आए एक फरियादी ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि बिजली विभाग के द्वारा बड़ी अनुचित बिजली बिल भेज दिया गया है कनेक्शन कटवाने के बाद भी बिजली का बिल आ रहा है। हम गरीब आदमी हैं, बिजली की इतनी बड़ी राशि का हम भुगतान नहीं कर पायेंगे। मुख्यमंत्री ने ऊर्जा विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया। सारण जिले से आए एक युवक ने मुख्यमंत्री से गुहार लगाते हुए कहा कि नगर विकास एवं आवास विभाग में कार्यरत मेरे पिताजी की नौकरी के दौरान 2013 में मृत्यु हो गई लेकिन अबतक अनुकंपा के आधार पर नौकरी नहीं दी गयी है। मुख्यमंत्री ने संबंधित विभाग को उचित कार्रवाई करने का निर्देश दिया।

‘जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में उप मुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव, वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव, राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री आलोक कुमार मेहता, ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार, जल संसाधन सह सूचना एवं जन सम्पर्क मंत्री संजय कुमार झा, समाज कल्याण मंत्री मदन सहनी, शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री लेशी सिंह, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण मंत्री ललित कुमार यादव, परिवहन मंत्री शीला कुमारी, लघु जल संसाधन मंत्री जयंत राज, पशु एवं मत्स्य संसाधन मंत्री मो आफाक आलम, विधि मंत्री शमीम अहमद, अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति कल्याण मंत्री रत्नेश सादा, पंचायती राज मंत्री मुरारी प्रसाद गौतम, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री मो जमां खान, श्रम संसाधन मंत्री सुरेन्द्र राम, सूचना प्रावैधिकी मंत्री मो इसराईल मंसूरी, आपदा प्रबंधन मंत्री शाहनवाज, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव आमिर सुबहानी, पुलिस महानिदेशक आर एस भट्ठी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, संबंधित विभागों के अपर मुख्य सचिव / प्रधान सचिव / सचिव, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, पटना के जिलाधिकारी चंद्रशेखर सिंह तथा वरीय पुलिस अधीक्षक राजीव मिश्रा उपस्थित थे।