डीएनबी भारत डेस्क
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पश्चिम चंपारण समाहरणालय सभागार में विभिन्न विभागों द्वारा चलाए जा रहे विकास कार्यों की प्रगति की समीक्षा बैठक की। इस बैठक में विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव / प्रधान सचिव / सचिव एवं पश्चिम चंपारण जिले के सांसद / विधायक / विधान पार्षद शामिल हुए। पश्चिम चंपारण जिले के प्रभारी जिलाधिकारी अनिल कुमार ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से विभिन्न विभागों द्वारा पश्चिम चंपारण जिले में चल रही विकास योजनाओं के संबंध में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने हर घर नल का जल, हर घर तक पक्की गली-नालियां, बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना, स्वयं सहायता भत्ता, कुशल युवा कार्यक्रम, सात निश्चय – 1 के तहत जिले में निर्माण किए जानेवाले भवनों की स्थिति, पॉलिटेक्निक संस्थानों के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना, औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना के संबंध में जानकारी दी। इसके अलावा मत्स्य संसाधन का विकास, मुख्यमंत्री उद्यमी योजना, अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति के शैक्षणिक उत्थान के लिए आवासीय विद्यालय, मुख्यमंत्री अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति छात्रावास अनुदान योजना, जीविका समूह का गठन, मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को प्रोत्साहन, अल्पसंख्यक छात्रावास योजना, अल्पसंख्यक मुस्लिम परित्यक्ता/तलाकशुदा महिला सहायता योजना, मुख्यमंत्री अल्पसंख्यक रोजगार ऋण योजना, मुख्यमंत्री पिछड़ा वर्ग व अत्यंत पिछड़ा वर्ग छात्रावास योजना, अन्य पिछड़ा वर्ग कल्याण छात्रावास योजना, जननायक कर्पूरी ठाकुर छात्रावास योजना, थरूहट क्षेत्र विकास योजना सहित अन्य योजनाओं के संबंध में जिलाधिकारी ने मुख्यमंत्री को प्रस्तुतीकरण के माध्यम से जानकारी दी।
बैठक में जनप्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री के समक्ष अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं रखीं जिसके समाधान हेतु मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2009 में अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के छात्रों के लिए सबसे पहले यहीं से आवासीय विद्यालय का काम करवाया गया था। यदि वहां किसी तरह की समस्या है तो उसका त्वरित समाधान कराएं। अधिकारी खुद जाकर स्थिति का जायजा लें ताकि समय पर छात्रों को भोजन आदि उपलब्ध हो सके। उन्होंने कहा कि उच्चतर शिक्षा हेतु महिलाओं को सरकार द्वारा दी जानेवाली प्रोत्साहन राशि समय पर मुहैया कराएं। परीक्षा परिणाम आते ही प्रोत्साहन राशि का भुगतान छात्रों के खाते में सुनिश्चित कराएं। जो काम पहले से निर्धारित हैं उसे समय पर पूर्ण कराएं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पश्चिम चंपारण में विकास के जो काम तय किए गए हैं और चल रहे हैं उसकी अद्यतन स्थिति क्या है, यह जानने और देखने के लिए हम यहां आए हैं। आप सब जनप्रतिनिधि ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याएं इस बैठक में रखी हैं उसका यथाशीघ्र समाधान होगा और उसके संबंध में विभागीय अधिकारी भी अपने स्तर से आपको सूचित करेंगे। मुख्यमंत्री को प्रभारी जिलाधिकारी, पश्चिम चंपारण ने स्मृति चिह्न भेंट किया।
बैठक में वित्त, वाणिज्य कर एवं संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण सह पश्चिम चंपारण जिले के प्रभारी मंत्री ललित कुमार यादव, विधि मंत्री शमीम अहमद, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, पुलिस महानिदेशक आर एस भट्टी, विकास आयुक्त विवेक कुमार सिंह, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव डॉ एस सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, पश्चिम चंपारण जिला के जनप्रतिनिधिगण, विभिन्न विभागों के अपर मुख्य सचिव / प्रधान सचिव / सचिव, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, आयुक्त तिरहुत प्रमंडल गोपाल मीणा, एडीजी सुरक्षा बच्चू सिंह मीणा, डीआईजी चंपारण रेंज प्रणव कुमार प्रवीण, पश्चिम चंपारण के प्रभारी जिलाधिकारी सह उप विकास आयुक्त अनिल कुमार, पुलिस अधीक्षक बेतिया उपेन्द्र नाथ वर्मा, पुलिस अधीक्षक बगहा किरन कुमार गोरख जाघव सहित अन्य वरीय पदाधिकारीगण उपस्थित थे।
बैठक के पश्चात् पत्रकारों से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जीविका दीदियों, अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ बातचीत हुई है। विधायकों और विधान पार्षदों को भी आमंत्रित किया गया था, जो उपस्थित थे उनके साथ भी बातचीत हुई है। सभी लोगों ने अपनी बातें कही हैं। जिले में चल रहे कार्यों के बारे में जानकारी दी गई है। विकास कार्यों को लेकर पूरा डिस्कशन हुआ है। कुछ जगहों पर मैंने आज खुद जाकर देखा है और जो कुछ भी कमियां और शिकायतें आयी हैं, इसको लेकर हमने अधिकारियों को निर्देश दिया है। कि सब कुछ देखने के बाद इसकी रिपोर्ट एक महीने के अंदर हमें और शिकायत करने वालों को भेज दीजिए ताकि एक – एक चीजों को देखा जा सके। हमने अधिकारियों को एक-एक चीज को देखने के लिए निर्देश दे दिया है। हमलोग लोगों की सेवा कर रहे हैं। इसी को लेकर हमलोग घूम रहे हैं। हमने अपनी सभी यात्राओं की शुरुआत यहीं से की है। हम इसी जिले से कोई काम शुरू करते हैं।