समस्तीपुर: चार दिन पूर्व ट्रक दुर्घटना से घायल युवक अभिषेक की इलाज के दौरान मौत, परिजनों में मचा कोहराम

 

परिजनों का आरोप है कि उन्हें चार दिन बीत जाने पर भी एक बार भी मरीज से मिलने नहीं दिया गया

डॉक्टर के इशारे पर निजी क्लिनिक के स्टाफ और लोकल गुंडों ने परिजनों को लाठी डंडे से पीटा

डीएनबी भारत डेस्क

समस्तीपुर के मुफसील थाना क्षेत्र के आदर्श नगर में 24 वर्षीय अभिषेक कुमार की मौत का मामला सामने आया है। अभिषेक को 4 दिन पहले एक ट्रक ने धक्का मारा था, जिससे उन्हें सिर और मुंह पर चोटें आई थीं। उन्हें परिजनों द्वारा निजी क्लीनिक कृष्णा हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था, जहां डॉक्टर महेश ठाकुर ने 4 दिनों तक आईसीयू में रखा था। परिजनों का आरोप है कि उन्हें चार दिन बीत जाने पर भी एक बार भी मरीज से मिलने नहीं दिया गया।

डॉक्टर महेश ठाकुर ने चार दिन बीत जाने पर परिजनों को बताया कि मरीज को 1 घंटे में डिस्चार्ज कर दिया जाएगा, लेकिन जब 1 घंटा बीत गया, तो डॉक्टर ने बताया कि मरीज की मौत हो चुकी है। इसके बाद परिजनों में कोहराम मच गया और उन्होंने डॉक्टर से शव को देखने के लिए अपील की, लेकिन परिजनों को मिलने नहीं दिया गया और अभद्र व्यवहार भी किया गया इसके बाद डॉक्टर के इशारे पर निजी क्लिनिक के स्टाफ और लोकल गुंडों ने परिजनों को लाठी डंडे से पीट दिया।

परिजनों ने स्थानीय थाना को कॉल किया, लेकिन किसी ने नहीं सुनी। इसके बाद परिजन सदर अस्पताल गए हैं। जहां सभी को इलाज कराया गया है मौका मिलने पर कृष्णा हॉस्पिटल के डॉक्टर ने मृत शरीर को निजी एंबुलेंस से घर ले जा रहा था कि परिजनों ने एंबुलेंस को घेरकर शव को अपने कब्जे में ले लिया और सदर अस्पताल के गेट पर रख धरना प्रदर्शन करने लगे इसके बाद स्थानीय थाना ने डेड बॉडी को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया पोस्टमार्टम के बाद परिजनों ने बॉडी को अपने कब्जे में लेकर SP आवास के सामने रख धरना प्रदर्शन करने लगे

इसके बाद सदर एसडीपीओ ने परिजनों को समझा बुझा कर थाना भेजा जहां परिजनों ने थाना को लिखित आवेदन दिया है थाना की पुलिस ने परिजनों से इंजोरी रिपोर्ट मांगी है हालांकि अभी तक केस दर्ज नहीं किया गया है ।मिली जानकारी अनुसार थाना की पुलिस ने अस्पताल के डॉक्टर से मिली भगत से केश को यूं ही रफा दफा करने में लगी है इधर सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार पूर्व से ही कृष्णा हॉस्पिटल पर भ्रूण मामले में हाईकोर्ट में केस भी लंबित है।

समस्तीपुर संवाददाता अफरोज आलम की रिपोर्ट