लोकनायक जयप्रकाश नारायण की जयंती दिवस पर जिलाधिकारी बेगूसराय ने पुष्प अर्पित कर किया उन्हें याद Read more
हिंदी भाषा में काम करना भावुक प्रतिक्रिया नहीं बल्कि हमारा मौलिक अधिकार – प्रो चंद्रभानु प्रसाद Read more
राष्ट्रकवि दिनकर राष्ट्रवाद के सबसे बड़े पुरोधा,शोषण के विरूद्ध उनकी कविता आज भी है धारदार हथियार – आनंद रमण। Read more
संस्कृति के चार अध्याय में वैश्विक संस्कृति, सामाजिक समरसता और राजनीतिक ज्ञान का बोधक है राष्ट्रकवि दिनकर की रचना-आनंद शंकर Read more
दुनिया में जहां भी सामाजिक विसंगतियों के खिलाफ प्रतिरोध की बात आती है उसमें दिनकर की पंक्तियों को लोग हथियार के रूप में उपयोग करते हैं- अनिल पतंग Read more