डीएनबी भारत डेस्क
बिहार युथ फेडरेशन के तत्वाधान में समस्तीपुर के जितवारपुर चौथ स्थित मदरसा फैज़ुल कुरान के परिसर में 25वां रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन डॉ एम एन रहमान ने संयुक्त रूप फीता काट कर किया। इस अवसर पर पर फेडरेशन के अध्यक्ष तमन्ना खान ने कहा की रक्तदान से हार्ट अटैक की आशंका कम होता है। रक्तदान से खून का थक्का नहीं जमता, खून के मात्रा में पतला हो जाता है और हार्ट अटैक का खतरा कम होता है। शरीर में ऑक्सीजन ठीक ढंग से सप्लाई होती है। रक्तदान वज़न कम करने में भी आपकी मदद कर सकता है, इसलिए साल में कम से कम तीन बार रक्तदान करना चाहिए।
वही उन्होंने कहा कि नियमित रक्तदान करने से कैंसर सहित अन्य बीमारियाें का खतरा भी कम हो जाता है। रक्तदान से सबसे बड़ा फायदा यह होता है कि हमारे शरीर का वजन, ब्लड प्रेशर, हीमोग्लोबिन, मलेरिया, एचबीएसएजी, एचसीवी, वीडीआरएल आदि जांचें हो जाती हैं। इसी तरह डॉक्टर एम एन रहमान ने कहा कि रक्तदान से कितने व्यक्तियों को एक नयी जीवन मिलता है। किसी के रक्तदान करने से किसी ओर के घर में खुशी की सौगात आती है। परन्तु विश्व के इस सबसे बड़े लोकतंत्र भारत देश में अभी भी बहुत से लोग यह समझते हैं कि रक्तदान से शरीर कमज़ोर हो जाता है।
रक्तदान करने से कई बीमारी होने लगती है। इतना ही नहीं यह ग़लतफहमी भी व्याप्त है कि नियमित रक्त देने से लोगों की रोग प्रतिकारक क्षमता कम होती है और उसे बीमारियां जल्दी जकड़ लेती हैं। यहाँ भ्रम इस तरह से फैला हुआ है कि लोग रक्तदान करने से पीछे हट जाते है और यहाँ तक की अपने परिजनों को भी रक्तदान ना करने की सलाह देने लगते हैं। लोगों को इस तरह के भ्रम से दूर रहना चाहिए और रक्तदान हर हाल में करना चाहिए, इससे मानव शरीर में किसी भी प्रकार का प्रतिकूल असर नहीं पड़ता है।
समस्तीपुर से अनिल चौधरी